
इस दौरान उसने पड़ोसी युवक को भी मदद के लिए बुलाया था। पुलिस जांच में सामने आया कि उदेश ने भावना को इसलिए मार दिया क्योंकि वह उस पर अपनी पत्नी से तलाक लेने का दबाव बना रही थी।
उदेश की पत्नी ने कहा- बात कराने को कहती थी
मामले में रेवाड़ी के गांव लिलोध में रह रही उदेश की मां मुनेश व पत्नी निक्की से इस मामले में बताया कि डॉ. भावना उदेश के मामा की रिश्ते में साली थी। दोनों का एक बार रिश्ता भी हुआ था। भावना उदेश से शादी करना चाहती थी। उदेश की मां ने भावना को 15 दिन का समय भी दिया था कि वह अपनी मां को मना ले, लेकिन 15 दिन तक जवाब नहीं आया तो बाद में उदेश की शादी निक्की से कर दी थी।
इसके कुछ दिन बाद डॉ. भावना को उसकी मां गायत्री ने एमबीबीएस की पढ़ाई के लिए विदेश भेजा था। भावना पिछले काफी समय से उदेश से शादी करने की बात कहती आ रही थी।
आरोप लगाया कि भावना की मां ने उसकी शादी नहीं होने दी थी, क्योंकि उदेश क्लर्क था। उन्होंने बताया कि घटना के दिन उदेश ने ही अपनी पत्नी को फोन कर बताया था कि भावना पेट्रोल भरी बोतल लेकर दीवार कूदकर उदेश के क्वार्टर में घुस गई और आग लगा ली।
उदेश की शादी दिसंबर में हुई थी
उदेश की 2021 में हुई थी शादी पत्नी निक्की ने बताया कि मार्च 2021 में उसकी और उदेश की सगाई के बाद दिसंबर माह में शादी हुई थी। निक्की के अनुसार उदेश ने उसे भावना के बारे में बताया था।
निक्की का कहना है कि भावना उसे उदेश की आवाज फोन पर सुनाने को कहती थी। उसने कहा था कि वह डिप्रेशन में है। उसने कहा था कि अगर वह उससे दोस्त के नाते ही बात कर लेगा, ठीक होते ही वह बात करना बंद कर देगी। उदेश ने भावना को ब्लाक कर रखा था। भावना ने उससे कहा कि एक बार उदेश की आवाज सुनवा दो और घर पर होने की वीडियो भी मांगी थी, उसने वीडियो भेज दी थी, लेकिन आडियो देने से मना कर दिया था।