एसडीएम रजनीश अरोड़ा के नेतृत्व में माल विभाग के अधिकारियों की देखरेख में राष्ट्रीय राजमार्ग का निर्माण कर रही कंपनी को किसानों की जमीन पर कब्जा दिलाया गया। एसडीएम ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग के निर्माण के लिए इस भूमि को एक्वायर करने का कार्य शांतिपूर्वक पूरा हो गया। किसी भी प्रकार का कोई विरोध नहीं हुआ और किसानों ने सहयोग दिया।

भारत माला प्रोजेक्ट के लिए 40 एकड़ जमीन पर लिया कब्जा

भारत माला परियोजना के तहत बनाए जा रहे राष्ट्रीय राजमार्ग को लेकर स्थानीय प्रशासन ने पुलिस की मदद से अधिग्रहित जमीन पर कब्जा लेने के लिए तड़के जगराओं के गांव रामगढ़ सीविया को चारों तरफ से घेर लिया। विभिन्न गांवों से किसान नेताओं को सुबह-सुबह ही हिरासत में ले लिया गया। 

इस दौरान अधिग्रहित 40 एकड़ जमीन पर कब्जा लिया और बुलडोजर चलाकर जमीन को समतल किया। एसडीएम रायकोट गुरवीर सिंह कोहली और एसपी हरजिंदर सिंह के नेतृत्व में गांव को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया। हालांकि पुलिस को किसान संगठनों की ओर से विरोध का सामना नहीं करना पड़ा।अधिकारियों ने किसानों को आश्वासन दिया कि जमीन के मालिक किसानों को उचित मुआवजा दिया जाएगा। दूसरी ओर किसानों का आरोप है कि अधिकांश किसानों को अधिग्रहित भूमि का मुआवजा भी नहीं मिला।

लुधियाना में हाई कोर्ट के आदेश के बाद नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को प्रोजेक्टों के लिए जमीन मिलनी शुरू हो गई है। लाडोवाल से रोपड़ तक बनने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग के लिए जमीन का अधिग्रहण किया गया। भारत माला परियोजना के लिए भी 40 एकड़ जमीन पर कब्जा किया गया। प्रशासन ने किसानों को उचित मुआवजा देने का आश्वासन दिया है।