
सोहना। सोहना-दमदमा-रिठोज रोड की सरकार ने सुध ली है। 13 करोड़ रुपये खर्च कर इसका कायाकल्प किया जाएगा। यह रोड जगह-जगह से टूटकर गड्ढों में तब्दील हो चुका है। वाहन चालकों को आने-जाने में काफी परेशानी हो रही है। खासकर दोपहिया वाहन चालक आए दिन रोड पर बने गड्ढों में फिसलकर चोटिल हो जाते हैं।
कई वर्षों से रोड की मरम्मत पर ध्यान नहीं दिया गया। रोड की दुर्दशा को लेकर क्षेत्र के लोगों ने प्रदेश सरकार से फरियाद की थी। इसके बाद सरकार द्वारा रोड के विस्तार करने की घोषणा की गई थी लेकिन विस्तार की बात दूर, मरम्मत के ऊपर भी ध्यान नहीं दिया गया। अब शासन-प्रशासन ने सुध ली है। यह लिंक रोड है जो सोहना शहर से लेकर भोंडसी गांव तक 10 गांवों को जोड़ता है।
हो रहा था आर्थिक नुकसान
इस रोड पर पांच सितारा होटल, दमदमा पर्यटक स्थल, इंदिरा गांधी चाइल्ड हालीडे, भोंडसी जेल ही नहीं कई नामचीन हस्तियों के फार्म हाउस, स्कूल एवं बैंक हैं। इससे इस रोड पर ट्रैफिक का दबाव काफी अधिक है। पर्यटक स्थल के मैनेजर की माने तो रोड जर्जर होने के कारण यहां पर्यटक नहीं पहुंचते, जिससे आर्थिक नुकसान हो रहा था।
दमदमा के पूर्व सरपंच सौराज खटाना, सतबीर खटाना, शैलेश खटाना एवं सत्येंद्र राघव ने बताया कि इस रोड पर चलना जान जोखिम में डालना है। कई दुर्घटनाएं हो चुकी हैं। अब हालत यह है कि कई जगह रोड का अस्तित्व ही नजर नहीं आता। जहां तक याद है, कई वर्ष से इस रोड की मरम्मत तक नहीं की गई। रोड की दुर्दशा से इलाके के लोगों ने एक साल पहले तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर लाल को अवगत कराया था। इसके बाद भी सुध नहीं ली गई। अब जाकर प्रशासन ने सुध ली है।क्षेत्र के गांवों को जोड़ने वाले सभी लिंक रोड चकाचक होंगे। ग्रामीण इलाके में विकास में कोई कमी नहीं आने दी जाएगी। जो प्रस्तावित योजनाएं हैं उन पर प्राथमिकता से काम किया जाएगा। सोहना-दमदमा रोड पर 13 करोड़ खर्च होंगे। इसके अलावा भी कई अन्य सड़कों के ऊपर जल्द काम शुरू किया जाएगा। चहुंमुखी विकास कराना उनकी प्राथमिकता है। – तेजपाल तंवर, विधायक, सोहना