पानीपत: मजार पर साधु की गला रेतकर हत्या, तख्त पर लटका मिला शव, ग्रामीणों में गुस्सा

इसराना (पानीपत)।रोहतक राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे, नौल्था में लक्ष्य स्कूल के समीप स्थित एक पीर की मजार पर रहने वाले साधु की निर्मम हत्या से क्षेत्र में सनसनी फैल गई है। मृतक की पहचान जींद जिले के सफीदों तहसील के मुहाना गांव के निवासी सत्यवान, जिनकी आयु लगभग 50 वर्ष थी और वे रतीराम के पुत्र थे, के रूप में हुई है। इस हृदयविदारक घटना की सूचना मिलते ही, इसराना थाना पुलिस तुरंत हरकत में आई और घटनास्थल पर पहुंची। उनके साथ, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (एफएसएल) और अपराध जांच एजेंसी (सीआईए) की टीमें भी मौजूद थीं, जिन्होंने गहन जांच पड़ताल शुरू कर दी है। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए मृतक साधु के पुत्र, अशोक कुमार, जो कि मुआना, सफीदों के निवासी हैं और वर्तमान में घरौंडा में रहते हैं, की शिकायत के आधार पर अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। प्रारंभिक जांच के दौरान, पुलिस ने गांव के ही पांच संदिग्ध व्यक्तियों को हिरासत में लिया है, जिनसे गहन पूछताछ जारी है ताकि इस जघन्य अपराध के पीछे के motives और अपराधियों का पता लगाया जा सके। यह पीर, जो नौल्था गांव में लक्ष्य स्कूल से सटी हुई जमीन पर स्थित है, स्थानीय ग्रामीणों के लिए एक महत्वपूर्ण श्रद्धा का केंद्र है, जहां सैकड़ों लोग नियमित रूप से पूजा-अर्चना के लिए आते हैं। पिछले छह वर्षों से, सत्यवान नामक यह साधु इस पीर की देखरेख कर रहा था और यहीं पर अपना जीवन यापन कर रहा था। शनिवार की रात को, अज्ञात हमलावरों ने बड़ी बेरहमी से साधु का गला रेतकर उनकी हत्या कर दी। रविवार की सुबह, साधु का शव पीर के बाहर बने एक तख्त पर पाया गया, जिसका आधा शरीर तख्त पर था और आधा नीचे लटका हुआ था। इस क्रूर हत्या की खबर फैलते ही पूरे गांव में शोक और गहरा आक्रोश व्याप्त हो गया है, और ग्रामीण इस जघन्य कृत्य के अपराधियों को जल्द से जल्द पकड़ने और उन्हें कड़ी सजा दिलाने की मांग कर रहे हैं। मृतक साधु के पारिवारिक पृष्ठभूमि की बात करें तो, उनके पुत्र अशोक कुमार ने पुलिस को दी गई शिकायत में बताया कि वे दो भाई-बहन हैं। लगभग छह वर्ष पहले, उनके पिता सत्यवान ने पारिवारिक जीवन त्याग दिया था और नौल्था में स्थित इस पीर पर आकर रहने लगे थे। अपना निर्वाह करने के लिए, वे भिक्षा मांगकर अपना पेट भरते थे। अशोक कुमार ने बताया कि शनिवार की रात को किसी अज्ञात व्यक्ति या व्यक्तियों ने तेज धार वाले हथियार का इस्तेमाल करके उनके पिता का गला रेत दिया, जिसके परिणामस्वरूप उनकी दर्दनाक मृत्यु हो गई। इस घटना ने न केवल मृतक के परिवार को गहरा सदमा पहुंचाया है, बल्कि पूरे गांव और आसपास के क्षेत्रों में भी भय और चिंता का माहौल पैदा कर दिया है। पुलिस टीमें हर कोण से मामले की जांच कर रही हैं और हिरासत में लिए गए संदिग्धों से पूछताछ के अलावा, वे घटनास्थल के आसपास के लोगों से भी जानकारी जुटाने का प्रयास कर रही हैं ताकि कोई भी महत्वपूर्ण सुराग हाथ लग सके जो इस अंधे कत्ल के रहस्य को उजागर करने में मददगार साबित हो। ग्रामीणों ने पुलिस से त्वरित और निष्पक्ष जांच की उम्मीद जताई है ताकि मृतक साधु को न्याय मिल सके और क्षेत्र में शांति और सुरक्षा की भावना बहाल हो सके। यह घटना धार्मिक स्थलों और वहां रहने वाले संतों की सुरक्षा को लेकर भी कई सवाल खड़े करती है, और स्थानीय समुदाय इस तरह की घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाने की मांग कर रहा है।