
पहलगाम हमले पर अमिताभ का दर्द
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 लोग मारे गए थे, जिसमें ज्यादातर पर्यटक थे। इस हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। अमिताभ ने अपने सोशल मीडिया पोस्ट में एक दर्दनाक घटना का जिक्र किया, जहां आतंकियों ने एक दंपति पर हमला किया। उन्होंने लिखा कि आतंकियों ने पति को बेरहमी से मार डाला, जबकि पत्नी गिड़गिड़ाती रही। अमिताभ ने अपने पिता हरिवंश राय बच्चन की कविता की पंक्तियों का इस्तेमाल कर उस विधवा की पीड़ा को बयां किया, जो अपने पति के लिए सिंदूर मांगती है। उन्होंने इस हमले को “कभी न भूलने वाला” बताया है।
ऑपरेशन सिंदूर की तारीफ
चुप्पी पर ट्रोलिंग का सामना
हमले और ऑपरेशन के दौरान अमिताभ की चुप्पी ने सोशलl मीडिया पर हंगामा मचा दिया था। कई यूजर्स ने उन्हें “डरपोक” और “स्वार्थी” तक कहा था। लोग पूछ रहे थे कि वह कब बोलेंगे। 23 अप्रैल को उनकी एक क्रिप्टिक पोस्ट “T 5356 -” ने और सवाल खड़े किए। लेकिन अब उनकी ताजा पोस्ट ने फैंस और आलोचकों का ध्यान खींचा है।
ऑपरेशन सिंदूर पहलगाम हमले में मारी गई महिलाओं के सम्मान में शुरू किया गया। इसने लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद जैसे आतंकी संगठनों के ठिकानों को नष्ट किया। भारत और पाकिस्तान ने 10 मई को युद्धविराम की घोषणा की, लेकिन तनाव बरकरार है। अमिताभ की पोस्ट ने इस संवेदनशील मुद्दे पर एकजुटता दिखाई है।