
जम्मू-कश्मीर पुलिस की साइबर सेल ने एक महत्वपूर्ण साइबर सुरक्षा चेतावनी जारी करते हुए बताया है कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसियां फर्जी (स्पूफ्ड) वॉट्सऐप नंबरों और कॉल्स का इस्तेमाल कर रही हैं। इनका उद्देश्य पत्रकारों, नागरिकों और जन प्रतिनिधियों को सरकारी अधिकारी बनकर कॉल करना और उनसे संवेदनशील जानकारियां हासिल करना है।
साइबर सेल ने बताया कि ऐसे मामलों में विदेशी खुफिया एजेंसियों के एजेंट सरकारी अधिकारियों की पहचान की नकल कर लोगों से संपर्क कर रहे हैं और उन्हें भ्रमित कर रहे हैं।
पुलिस ने जारी की एडवाइजरी
कई मामलों में ये लोग सुरक्षा स्थितियों और ऑपरेशनल डिटेल्स के बारे में जानकारी जुटाने की कोशिश कर रहे हैं। एडवाइजरी में साइबर सेल ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि कोई भी नागरिक, पत्रकार या जनप्रतिनिधि किसी भी अज्ञात या संदिग्ध कॉल या एसएमएस का उत्तर नहीं दें और किसी भी प्रकार की जानकारी साझा करने से बचें।यदि कोई व्यक्ति ऐसे किसी कॉल या मैसेज का शिकार बनता है, तो तुरंत अपने नजदीकी पुलिस थाने या साइबर सेल को इसकी सूचना दें।
कानूनी कार्रवाई की चेतावनी
पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि यदि कोई व्यक्ति संवेदनशील या आपरेशनल जानकारी किसी अनधिकृत व्यक्ति से साझा करता है, तो उसके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई की जा सकती है।
यह देश की सुरक्षा और गोपनीयता से जुड़ा गंभीर मामला है। साइबर सेल ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे डिजिटल माध्यमों पर सतर्क रहें, किसी भी अज्ञात लिंक, कॉल या मैसेज से सावधान रहें, और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को दें।