
शिरोमणि अकाली दल (Shiromani Akali Dal) के प्रधान सुखबीर बादल (Sukhbir Singh Badal) ने ऑपरेशन सिंदूर की सफलता के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दृढ़ एवं स्पष्ट दृष्टिकोण की सराहना की।
सुखबीर ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने जिस प्रकार राजनेता की तरह कूटनीतिक तरीके से स्थिति संभाली, उससे पाकिस्तान को सीजफायर की भीख मांगने के लिए वाशिंगटन भागना पड़ा। उन्होंने साहसी सशस्त्र बलों को बधाई दी।
सीजफायर पर टीका-टिप्पणी करने वालों की आलोचना की
सीजफायर पर टीका-टिप्पणी करने वाले राजनेताओं की आलोचना करते हुए सुखबीर ने कहा कि ये वो नेता हैं, जो लड़ाई से हुए नुकसान को देखने के बजाय अपने ड्राइंग रूम में टेलीविजन स्क्रीन पर लड़ाई देख रहे थे। पाकिस्तान से अब तक हुई सभी लड़ाइयों का नुकसान पंजाब ने झेला है।
यहां सबसे अधिक गोले गिरे हैं। सरकार ने युद्ध बंद करवाकर समझदारी का काम किया है। उन्होंने कहा कि कुछ नेता राज्य के बाहर बैठकर युद्ध का नजारा देखना चाहते हैं, उनके कहने में आकर यहां के जो नेताओं सरकार के फैसले का विरोध कर रहे हैं, वे सही मायने में देश के असली दुश्मन हैं।
‘सिख समुदाय देश के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा’
सुखबीर बादल ने कहा कि संकट के समय सिख समुदाय देश के साथ चट्टान की तरह खड़ा रहा। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर विपक्ष के उस अनुरोध को दोहराया, जिसमें उन्होंने 22 अप्रैल के पहलगाम हमले, ऑपरेशन सिंदूर और संघर्ष विराम की घोषणा पर चर्चा के लिए संसद का विशेष सत्र बुलाने की मांग की है।