अनन्या ने कहा कि वह एक घंटे पहले निकलीं थीं, लेकिन जाम इतना अधिक था कि थोड़ी देर हो गई। एनटीए को हमारे जैसे छात्रों के लिए कोई व्यवस्था करनी चाहिए। उन्होंने कहा, जेईई और नीट यूजी में भी छात्रों को पांच से 10 मिनट देरी होने पर प्रवेश् दिया जाता है। पर, यहां सीयूईटी के लिए उन्हें कोई रियायत नहीं दी गई। उनके जैसे 10-12 छात्र यहां हैं, जिनका पूरा साल खराब हो गया है।
अनन्या की तरह ग्रेटर नोएडा सेक्टर 64 स्थित आइओएन डिजिटल जोन में परीक्षा देने पहुंचे अनमोल भाटी ऑटो रिक्शा की गलती से प्रवेश नहीं ले सके। उन्होंने कहा कि वह सुबह पांच बजे बुलंदशहर से निकल गए थे। समय से पहुंच गए थे।

केंद्र तक पहुंचने के लिए लगानी पड़ी दो किलोमीटर दौड़

ऑटो लिया और उसने सेक्टर 64 की जगह सेक्टर 62 के केंद्र में छोड़ दिया। यहां उन्होंने बैग जमा कर दिए। प्रवेश गेट पर उन्हें बताया गया कि गलत केंद्र पर पहुंच गए हैं। वहां से दोबारा ऑटो पकड़कर पहुंचे तो 10 मिनट देरी हो गई। उन्हें प्रवेश नहीं दिय गया। कई छात्रों ने शिकायत की कि उन्हें पंजीकरण के दौरान पास के केंद्र चुनने के बावजूद 60 से 200 किलोमीटर दूर के केंद्र आवंटित किए गए।

बहादुरगढ़ से ग्रेटर नोएडा आए अभ्यर्थी धर्मेंद्र सिंह ने बताया कि उन्हें ऑटो वाले ने गलत स्थान पर उतार दिया और फिर परीक्षा केंद्र तक पहुंचने के लिए दो किलोमीटर दौड़ लगानी पड़ी। “हम 8:20 बजे ही इलाके में पहुंच गए थे, लेकिन केंद्र खोजने में वक्त निकल गया।

200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी कर पहुंचे छात्र

कुछ परिवार 200 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तय कर परीक्षा केंद्र तक पहुंचे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। एक अभिभावक ने कहा, परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों को तपती धूप में बिना किसी इंतजाम के खड़ा रहना पड़ा। बैठने की कोई जगह नहीं थी, न ही कोई छांव का इंतजाम।

केंद्रों पर अभिभावकों के लिए मूलभूत सुविधाएं होनी चाहिए। सीयूईटी यूजी 2025 परीक्षा 13 मई से तीन जून तक देशभर और कुछ अंतरराष्ट्रीय केंद्रों पर कंप्यूटर आधारित मोड में आयोजित की जा रही है। परीक्षा सुबह 9 से 12 और शाम तीन से छह बजे तक दो पालियों में आयोजित की गई।
सीयूईटी यूजी 2025 परीक्षा में 37 विषय शामिल हैं जिनमें 13 भाषाएं, 23 विषय-विशेष और एक सामान्य अभिरुचि परीक्षण शामिल है। यह परीक्षा असमिया, बंगाली, अंग्रेजी, गुजराती, हिंदी, कन्नड़, मलयालम, मराठी, पंजाबी, उड़िया, तमिल, तेलुगू और उर्दू भाषाओं में आयोजित की जा रही है।