
क्या बोले अभ्यर्थी?
अब अभ्यर्थियों ने राष्ट्रीय परीक्षण एजेंसी (एनटीए) से परीक्षा को फिर से आयोजित करने और उचित व्यवस्था करने की मांग की है। अनन्या त्रिपाठी प्रयागराज से परीक्षा देने आईं थीं। यहां उन्होंने अपने चाचा के यहां रुकी थीं। उन्हें आरके कंप्यूटर सेंटर वन शक्ति नगर केंद्र दिया गया था।उनकी परीक्षा दोपहर तीन बजे की पाली में थी। दोपहर में जाम के चलते वह 10 मिनट बाद केंद्र पहुंच सकीं। यहां उन्होंने केंद्र के बाहर खड़े पर्यवेक्षकों से प्रवेश की गुहार लगाई। लेकिन, उनकी एक न सुनी गई। उन्हें प्रवेश से वंचित कर दिया गया।
केंद्र तक पहुंचने के लिए लगानी पड़ी दो किलोमीटर दौड़
ऑटो लिया और उसने सेक्टर 64 की जगह सेक्टर 62 के केंद्र में छोड़ दिया। यहां उन्होंने बैग जमा कर दिए। प्रवेश गेट पर उन्हें बताया गया कि गलत केंद्र पर पहुंच गए हैं। वहां से दोबारा ऑटो पकड़कर पहुंचे तो 10 मिनट देरी हो गई। उन्हें प्रवेश नहीं दिय गया। कई छात्रों ने शिकायत की कि उन्हें पंजीकरण के दौरान पास के केंद्र चुनने के बावजूद 60 से 200 किलोमीटर दूर के केंद्र आवंटित किए गए।
200 किलोमीटर से ज्यादा की दूरी कर पहुंचे छात्र
कुछ परिवार 200 किलोमीटर से भी ज्यादा की दूरी तय कर परीक्षा केंद्र तक पहुंचे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। एक अभिभावक ने कहा, परीक्षा केंद्रों के बाहर अभिभावकों को तपती धूप में बिना किसी इंतजाम के खड़ा रहना पड़ा। बैठने की कोई जगह नहीं थी, न ही कोई छांव का इंतजाम।