
दस अप्रैल से लाभार्थियों का कार्ड बनना शुरू हुआ
पांच अप्रैल को ही दिल्ली में एबी-पीएमजेएवाई लागू करने के लिए केंद्र सरकार के राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण और दिल्ली सरकार राज्य स्वास्थ्य एजेंसी के साथ समझौता हुआ था और दस अप्रैल से लाभार्थियों का कार्ड बनना शुरू हुआ था लेकिन तब 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के बुजुर्गों का इस योजना के तहत आयुष्मान वय वंदना कार्ड नहीं बन रहा था।
उन्हें सभी आवश्यक दवाएं भी निशुल्क उपलब्ध कराई गई
डॉक्टर ने 15 दिन में रिपोर्ट आने पर दोबारा अस्पताल में बुलाया
उन्होंने बताया कि एबी-पीएमजेएवाई योजना से पंजीकृत होने से पहले उन्हें कुछ दवाएं खरीदनी पड़ रही थी। सर्जरी के बाद ज्यादा दवाएं चली। यदि उन्हें एबी-पीएमजेएवाई का लाभ नहीं मिला होता तो उन्हें परेशानी हो सकती थी। सर्जरी के बाद निकाले गए ट्श्यू की जांच रिपोर्ट अभी नहीं आई है। डॉक्टर ने 15 दिन में रिपोर्ट आने पर दोबारा अस्पताल में बुलाया है। तब डाक्टर बताएंगे कि आगे उन्हें कीमोथेरेपी की जरूरत है या नहीं। फिलहाल वह ठीक हैं।
- एम्स में एबी-पीएमजेएवाई योजना के तहत अब तक इलाज पाए दिल्ली के रहने वाले मरीज- 18
- पुरुष मरीज- 11
- महिला मरीज- सात
- 70 वर्ष से कम उम्र के मरीज- नौ
- 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के मरीज- नौ
- 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के पुरुष मरीज- पांच
- 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के महिला मरीज- चार
- कैंसर के मरीज- छह
- आर्थोपेडिक के मरीज- छह
- जनरल सर्जरी- चार
- इंटरवेंशनल न्यूरोलाजी के मरीज- एक
- आंख के मरीज- एक
- इलाज के लिए भर्ती होने का मिला समय- छह
- दिल्ली में एबी-पीएमजेएवाई के तहत अब तक पंजीकृत कुल मरीज- 2,70,441