
NEW DELHI : पाकिस्तान के लिए जासूसी करने के आरोप में गिरफ्तार किए गए नोमान इलाही से रिमांड के तीसरे दिन भी गहनता से पूछताछ की गई। शुक्रवार शाम पांच बजे नोमान से पूछताछ करने के लिए केंद्र सरकार, सेना, उत्तर प्रदेश और हरियाणा की इंटेलिजेंस ब्यूरो (IB) और केंद्र की दो अन्य खुफिया एजेंसियां पहुंचीं। नोमान से देर रात तक पूछताछ जारी रही।
नोमान का बड़ा खुलासा: ऑपरेशन सिंदूर में शामिल होने का दावा
पुलिस सूत्रों के अनुसार, शुक्रवार को पूछताछ के दौरान नोमान ने एक बड़ा खुलासा किया। उसने बताया कि उसे पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के कमांडर इकबाल काना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान श्रीनगर में सेना की गतिविधियों की वीडियो बनाकर भेजने का टास्क दिया था। इसके बदले में इकबाल ने उसे अच्छी रकम देने का वादा किया था।
दिल्ली से जम्मू जाने वाली ट्रेन थी निशाने पर
पूछताछ में यह भी सामने आया कि आईएसआई का निशाना दिल्ली से जम्मू जाने वाली सेना की ट्रेन थी। नोमान के मोबाइल में इस ट्रेन से जुड़े कई वीडियो मिले हैं। इसके अलावा, उसके फोन पर कई संदिग्ध लोगों के साथ हुई बातचीत की रिकॉर्डिंग भी बरामद हुई है।
नोमान के घर से पासपोर्ट बरामद
पुलिस की टीम ने नोमान के कैराना स्थित बेगमपुरा बाजार में उसके घर पर छापेमारी की। वहां से पुलिस को कई लोगों के पासपोर्ट मिले हैं। इन पासपोर्टों के मालिकों को भी जांच के दायरे में शामिल कर लिया गया है।
खादर क्षेत्र में स्लीपर सेल बना रही आईएसआई
सूत्रों के अनुसार, पूछताछ में नोमान ने यह भी बताया कि पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई यमुना के खादर क्षेत्र में स्लीपर सेल तैयार कर रही है। इसके लिए हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के युवाओं को टारगेट किया जा रहा है। इस काम के लिए कैराना के रहने वाले और फिलहाल पाकिस्तान में रह रहे आईएसआई एजेंट इकबाल काना को जिम्मेदारी दी गई है।
कई युवकों के संपर्क में था इकबाल काना
इकबाल काना और उसके साथी कई अन्य युवाओं के संपर्क में थे। पुलिस अब इन संदिग्ध युवाओं को ट्रेस करने में जुटी है। मामले की जांच अभी जारी है।
आरोपित नोमान से गहनता से पूछताछ की जा रही है। उसके पासपोर्ट की जांच की गई है। उसकी बुआ व मौसी पाकिस्तान में रहती है। उसके मोबाइल में कुछ वीडियो मिली है। उसके मोबाइल में लगभग 150 युवकों के संपर्क नंबर भी मिले हैं। उनको भी जांच में शामिल किया गया है। कई एजेंसी नोमान से पूछताछ कर रही है। -सतीश वत्स, डीएसपी मुख्यालय पानीपत।