
मुकुल छाबड़ा ने प्रतिष्ठित “फोर्ब्स 30 अंडर 30 एशिया” सूची में जगह बनाकर विश्व में भारत का नाम चमकाया है। मुकुल छाबड़ा स्क्रैप अंकल एप के संस्थापक हैं। उन्हें फोर्ब्स की ओर से जारी सूची में उपभोक्ता एवं उद्यम प्रौद्योगिकी श्रेणी के तहत शामिल किया गया है।
दिल्ली में कालकाजी निवासी मुकुल मूलरूप से हरियाणा के सोनीपत जिले के रहने वाले हैं। इस उपलब्धि पर उनके पिता केवल कृष्ण और मां पूनम रानी ने खुशी जताते हुए कहा कि घर पर बधाई देने वालों का तांता लगा हुआ है। उन्हें बेटे की इस उपलब्धि पर गर्व है।
फोर्ब्स की ओर से हर साल विभिन्न श्रेणियों में जारी होने वाली सूची में एशिया पैसिफिक रीजन के 30 वर्ष से कम उम्र के ऐसे युवाओं को शामिल किया जाता है, जिन्होंने उद्यम, नवाचार, प्रौद्योगिकी, खेलकूद व मनोरंजन जैसे क्षेत्रों में असाधारण प्रभाव डाला है।
इसमें भारत सहित आस्ट्रेलिया, चीन, जापान, सिंगापुर आदि देशों के युवा भी शामिल हैं। इस सूची में मुकुल के अलावा भारत से शतरंज ग्रैंडमास्टर डी गुकेश, बालीवुड अभिनेत्री अनन्या पांडे, अभिनेता ईशान खट्टर, पैरालिंपियन शीतल देवी जैसे दिग्गजों को भी जगह मिली है।
तकनीक से किया डेढ करोड़ किलो से ज्यादा कबाड़ का निदान
मुकुल अपने प्रयासों से एनसीआर से अब तक 1 लाख 25 हजार पिकअप कर दो करोड़ किलो से ज्यादा कबाड़ का व्यवस्थित निपटारा कर चुके हैं। मुकुल ने ओखला फेज-3 स्थित इंद्रप्रस्थ इंस्टीट्यूट आफ इन्फार्मेशन एंड टेक्नोलाजी (आइआइआइटी) से बीटेक-ईसीई किया है।
कोर्स के दौरान ही 2019 में इस एप को लांच किया था और कोलंबिया यूनिवर्सिटी से 25 लाख रुपये की ग्रांट पाने में सफलता पाई। वे शार्क टैंक इंडिया सीजन-2 का हिस्सा भी बने और जज अमित जैन से 60 लाख रुपये की फंडिंग पा चुके हैं।
एक क्लिक पर दे रहे कबाड़ बेचने की सुविधा
कबाड़ से जुड़े पारंपरिक तरीकों को एक डिजिटल प्लेटफार्म में बदलकर मुकुल ने न केवल घरों को कबाड़ मुक्त किया, बल्कि इसे एक सरल प्रक्रिया भी बना दिया। स्क्रैप अंकल एप पर आप सहूलियत के अनुसार पिकअप शेड्यूल कर सकते हैं। उनके पास 125 लोगों की टीम है और सत्यापित कलेक्शन एजेंट स्क्रैप उठाने घर तक आते हैं। कुल 42 मिनी इलेक्ट्रिक ट्रकों से पिकअप करा रहे हैं।
ओखला फेस-1 और तुगलकाबाद एक्सटेंशन स्थित गोदामों में पहुंचाकर इसे संबंधित रिसाइक्लिंग यूनिट को भेजा जाता है। एप पर कागज, गत्ते, प्लास्टिक, धातु, अखबार, लोहा, बर्तन, एल्यूमीनियम सहित एसी, वाशिंग मशीन व फ्रीज पुराने वाहन जैसे सामान भी दे सकते हैं।