इस पर एक करोड़ 82 लाख की राशि खर्च होगी। जिसमें सिविल कार्य पर एक करोड़ 33 लाख, उद्यान पर सात लाख और इलेक्ट्रिक से संबंधित कार्य पर 41 लाख रुपये होंगे खर्च। इसी तरह टीकरीकलां बॉर्डर के सुंदरीकरण पर करीब 12 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

गेट पर दिखेगी दिल्ली की विरासत की झलक

दिल्ली सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि अभी आप शहर में किसी भी बॉर्डर से प्रवेश करते हैं आप को यह अहसास ही नहीं होता है कि आप देश की राजधानी में प्रवेश कर गए हैं। यहां तक कि कई जगह यह तक नहीं लिखा है कि दिल्ली में आप का स्वागत है। जबकि पड़ोसी राज्यों में ऐसा नहीं है।

अब आने वाले समय में बॉर्डर पर प्रवेश करते ही दिल्ली की विरासत की झलक दिखाई देगी। दिल्ली में क्या क्या खास है बाहर से आने वाले लोग यह जान सकेंगे।सरकार की योजना सभी गेटों को अलग अलग रूप देने की है।उन्होंने बताया कि इस योजना में पीडब्ल्यूडी और दिल्ली पर्यटन व परिवहन विकास निगम (डीटीटीडीसी) काम करेगा।

इस प्रोजेक्ट में क्यों हुई देरी?

बता दें कि दिल्ली सरकार ने वित्त वर्ष 2019-20 के बजट में दिल्ली के प्रवेश द्वारों को सुंदर बनाने के लिए योजना शामिल की थी। इन सभी प्रवेश द्वारों के सुंदरीकरण पर दिल्ली सरकार ने 25 करोड़ रुपये का प्रविधान रखा था। 

लेकिन दिल्ली अर्बन आर्ट कमीशन द्वारा योजना में कुछ बिंदुओं पर एतराज जताने और कोरोना महामारी के चलते इस परियोजना में देरी हो गई थी। हालांंकि बदलावों के बाद डीयूएसी ने परियोजना को मंजूरी दे दी थी।मगर बाद में यह योजना रुक गई थी।

इस बिंदुओं पर होगा काम

  • प्रवेश द्वार से 200 मीटर के हिस्से का सुंदरीकरण किया जाएगा।
  • दिल्ली में आपका स्वागत है, इसे प्रभावी तरीके से दर्शाया जाएगा।
  • अगर मेट्रो लाइन गुजर रही है तो उसके हिस्से को आकर्षक बनाया जाएगा।
  • बागवानी पर भी जोर रहेगा
  • राष्ट्रपति भवन, इंडिया गेट व दांडी मार्च आदि को कलात्मक तरीके से दिखाया जाएगा।
  • दिल्ली की प्रगति और जीवन शैली को चित्रित किया जाएगा।