
NEW DELHI : बुधवार रात को आई तेज आंधी और ओलावृष्टि ने गाजियाबाद, गौतमबुद्धनगर और हापुड़ में भारी नुकसान पहुंचाया। यह तूफान रात करीब 8:30 बजे आया और काफी देर तक चला। इस दौरान दर्जनों पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे गिर गए, जिससे कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति बंद हो गई। रात 12 बजे तक भी बिजली ठीक नहीं हो सकी।
यातायात पर असर, कई सड़कें बंद
पेड़ और खंभे गिरने से सड़कों पर ट्रैफिक बाधित हो गया। गिरे हुए पेड़ों और तारों के कारण कई रास्ते बंद हो गए, जिससे लोगों को काफी परेशानी हुई।
चार लोगों की मौत, कई घायल
- इस तूफान में कुल चार लोगों की जान चली गई और कई लोग घायल हुए।
- गाजियाबाद में दो लोगों की मौत हुई।
- गौतमबुद्धनगर में भी दो लोगों की जान गई।
- कई राहगीर घायल हो गए, जिन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया।
सिर पर गिरी ग्रिल, दीवारों के नीचे दबे लोग
सूरजपुर कोतवाली क्षेत्र की मिग्सन अल्टीमो सोसायटी में एक 50 वर्षीय महिला सुनीता की मौत हो गई। उनके सिर पर लोहे की ग्रिल गिर गई, जिससे उनका सिर धड़ से अलग हो गया। एनटीपीसी दादरी में एक शिक्षक रामकिशन सिंह की जान चली गई। खोड़ा थाना क्षेत्र में, बीएमआर पब्लिक स्कूल की दीवार गिरने से पानू देवी की मौत हो गई। मधुबन बापूधाम के पास हापुड़ रोड पर एक पेड़ बाइक सवार पर गिर गया, जिससे 40 वर्षीय मुजम्मिल की मौत हो गई।
हापुड़ और बुलंदशहर में भी नुकसान
इन इलाकों में भी दीवारें और पेड़ गिरने की खबर है। कई लोग घायल हुए हैं और उन्हें इलाज के लिए सरकारी अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।