
पंजाब ने नंगल डैम से हरियाणा के लिए पानी देना शुरू कर दिया गया है। धीरे-धीरे फ्लो को बढ़ाया जाएगा ताकि नहरों को एक दम से ज्यादा पानी आने पर कोई नुकसान न हो। पंजाब के नहरी विभाग के चीफ इंजीनियर शेर सिंह ने बताया कि नंगल डैम से निकलने वाली नहरों की क्षमता 12,500 क्यूसेक है।
इस कारण हरियाणा को 9,025 क्यूसेक पानी ही दिया जा सकेगा जबकि तीन हजार क्यूसेक पानी पंजाब अपने प्रयोग में करेगा। वहीं, मुख्यमंत्री भगवंत मान ने कहा कि बुधवार को नंगल डैम से हरियाणा को पानी की सप्लाई शुरू कर दी गई गई है। हरियाणा अब अपने हिस्से के पानी की संयम से इस्तेमाल करें।
पंजाब से बीबीएमबी ने लिए 32 करोड़
बीबीएमबी से 142 करोड़ की वसूली का दावा करेगा पंजाब मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वही बीबीएमबी है जिसने पंजाब से अपने अस्तित्व के लिए ₹32 करोड़ लिए और वह धन कभी वापस नहीं किया गया। पंजाब को अब भी इससे ₹142 करोड़ की राशि प्राप्त करनी है और राज्य सरकार इस राशि की वसूली के लिए जल्द दावा करेगी।
आरोप: एसवाईएल के बदले एक पूर्व सीएम को गुरुग्राम में प्लाट मिला मान ने बताया कि एक पूर्व मुख्यमंत्री को एसवाईएल नहर की योजना और सर्वे आर्डर के बदले गुरुग्राम में एक प्लाट मिला, जहां आज उनका होटल है। उन्होंने कहा कि जो लोग खुद को पंजाब के पानी का रक्षक बताते हैं, वही पूर्व मुख्यमंत्री ने उस समय के प्रधानमंत्री को कपूरथला में एसवाइएल की नींव के लिए चांदी का फावड़ा भेंट किया था।
बीबीएमबी केंद्र की कठपुतली
भगवंत मान मुख्यमंत्री भगवंत मान ने नंगल में फतेह रैली को संबोधित करते कहा कि भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड (बीबीएमबी) केंद्र सरकार की कठपुतली बन चुका है। राज्य सरकार शनिवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाली नीति आयोग की बैठक में बीबीएमबी के पुनर्गठन का मुद्दा उठाएगी।
हरियाणा ने मार्च माह में अपना जल कोटा समाप्त कर लिया था लेकिन बीबीएमबी ने पंजाब के हिस्से के पानी पर डाका मारने की कोशिश की। इसके लिए बीबीएमबी के चेयरमैन खुद नंगल पहुंचे थे। लेकिन राज्य की जनता ने इसे नाकाम कर दिया। लगभग 20 दिन तक राज्य के मेहनती और सतर्क लोगों ने हरियाणा और केंद्र को पंजाब से एक बूंद भी पानी नहीं चुराने दिया।