
इंटरनेशनल डेस्क। ब्रिटेन की सरकार ने यौन अपराधियों को दोबारा अपराध करने से रोकने के लिए एक बड़ा फैसला लिया है। अब ऐसे अपराधियों को दवाओं के जरिए उनकी यौन इच्छा को कम किया जाएगा। इस प्रक्रिया को “केमिकल कास्ट्रेशन” कहा जाता है। आइए, इसे आसान भाषा में और विस्तार से समझते हैं।
क्या है केमिकल कास्ट्रेशन?
केमिकल कास्ट्रेशन एक इलाज है जिसमें विशेष दवाएं दी जाती हैं, जो किसी व्यक्ति की यौन इच्छा को बहुत कम कर देती हैं। इससे वह शारीरिक रूप से ‘नपुंसक’ तो नहीं होता, लेकिन उसके अंदर यौन भावना खत्म या बहुत कम हो जाती है।
क्यों लिया गया ये फैसला?
ब्रिटेन की जेलों में बहुत भीड़ हो गई है और जगह की भारी कमी है। इसलिए सरकार ने सोचा है कि कुछ यौन अपराधियों को इस इलाज से गुजरवाया जाए ताकि वो दोबारा अपराध न करें और उन्हें जेल में रखने की ज़रूरत भी न पड़े।
कहाँ और कैसे शुरू होगा ये प्रोग्राम?
- यह योजना शुरुआत में 2 क्षेत्रों की 20 जेलों में लागू की जाएगी।
- सरकार इस इलाज को अनिवार्य (ज़रूरी) बनाने पर विचार कर रही है।
क्या यह इलाज हर यौन अपराधी के लिए सही है?
सरकार की जाँच में सामने आया है कि यह इलाज उन अपराधियों के लिए कम असरदार है जो ताकत या कंट्रोल पाने की भावना से अपराध करते हैं — जैसे कि बलात्कार (रेप) करने वाले। लेकिन जिन अपराधियों में यौन इच्छा ही मुख्य कारण है, उनके लिए यह इलाज असरदार माना जा रहा है।
क्या फायदा होगा इस इलाज से?
- स्टडी के मुताबिक, इस इलाज से यौन अपराध दोबारा करने की दर 60% तक घट सकती है।
- जर्मनी और डेनमार्क जैसे देशों में यह इलाज स्वेच्छा से (मर्जी से) होता है।
- पोलैंड में इसे कुछ अपराधियों के लिए ज़रूरी बनाया गया है।
जेलों की भीड़ कम करने के और क्या उपाय सुझाए गए?
- अच्छा व्यवहार दिखाने वाले कैदियों को जल्दी रिहा किया जाए।
- छोटे अपराधों के लिए ड्राइविंग बैन जैसी सज़ा देने की छूट जजों को दी जाए।
- 12 महीने से कम की जेल की सजा को खत्म करके सामुदायिक सेवा करवाई जाए।
- 3 साल या कम सजा पाने वाले विदेशी अपराधियों को तुरंत देश से बाहर भेजा जाए।
सियासी बयानबाज़ी भी तेज़
- न्याय मंत्री शबाना महमूद ने कहा कि यह कदम ज़रूरी था क्योंकि पिछली कंजर्वेटिव सरकार ने जेल व्यवस्था की अनदेखी की।
- उन्होंने कहा कि अगर अब भी कोई उपाय नहीं किया गया, तो पुलिस को गिरफ्तारियां रोकनी पड़ सकती हैं और अपराधी खुले घूमेंगे।
क्या कहती है विपक्ष?
कंजर्वेटिव पार्टी के नेता रॉबर्ट जेनरिक ने इस फैसले की आलोचना की। उन्होंने कहा कि छोटी सज़ाओं को हटाने से चोरी, मारपीट जैसे अपराध गंभीरता से नहीं लिए जाएंगे। इलेक्ट्रॉनिक टैग को उन्होंने मजाक उड़ाते हुए ‘धुएं के अलार्म’ जैसा बताया।
जेलों की हालत कैसी है?
- ब्रिटेन की जेलों में अब करीब 90,000 कैदी हैं।
- यह संख्या पिछले 30 सालों में दोगुनी हो गई है, जबकि अपराध की दर कम हुई है।
- इसकी वजह है लोगों की यह मांग कि अपराधियों को कड़ी सजा दी जाए।