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20 आरोपियों को भेजा जेल
पुलिस ने सरपंच व उसके परिवार के सदस्यों समेत करीब 20 आरोपितों को जेल भेज दिया। विधायक लालपुरा ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर चरनजीत सिंह की जिस रिवॉल्वर की गोली से मौत हुई। वह रिवॉल्वर पंजाब पुलिस के कर्मी का था। सवाल यह पैदा होता है कि पुलिस के उक्त कर्मी को ड्यूटी दौरान लाइसेंसी रिवॉल्वर अपने पास रखने की अनुमति किसने दी।
सरकार को गुमराह कर किया केस दर्ज
विधायक लालपुरा ने दावा किया कि जिले के एसएसपी द्वारा मामले के असल तथ्यों को छिपाकर सरकार व विभाग को गुमराह कर उक्त केस दर्ज किया गया है। केस दर्ज करने की पूरी कार्रवाई में नीचले स्तर के अधिकारियों पर दबाव बनाया गया।
‘धक्केशाही के खिलाफ चुप बैठने वाला नहीं’
मनजिंदर सिंह लालपुरा ने कहा कि एसएसपी की उक्त धक्केशाही के खिलाफ फिरोजपुर रेंज के डीआइजी हरमनबीर सिंह गिल को मिल चुके हैं। उन्होंने मामले की जांच का आश्वासन दिया है।
एफआइआर की अभी जांच जारी
घटना के समय सब डिविजन गोइंदवाल साहिब के डीएसपी अतुल सोनी मौके पर मौजूद थे। वह जिम्मेदार अधिकारी हैं। उन्हीं के बयानों के आधार पर थाना गोइंदवाल साहिब में एफआइआर दर्ज की गई।
जांच के बाद दर्ज किया केस
सब-इंस्पेक्टर हत्याकांड में पूरी जांच के बाद ही एफआइआर दर्ज की गई है। जिसकी अगलेरी जांच एसपी (आइ) अजयराज सिंह कर रहे हैं। विधायक लालपुरा को अगर जांच पर कोई आपत्ति है तो उक्त जांच बाहरी जिले के पुलिस अधिकारियों से करवा सकते हैं। पुलिस प्रशासन पूरी तरह से न्याय प्रणाली को जवाबदेह होता है। बतौर विधायक मुख्यमंत्री को मिलना उनका अधिकार है।