
सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (आइटीआई) को आधुनिक सुविधाओं से लैस करने की योजना है। पुरानी मशीनों व उपकरणों को नई मशीनों में अपग्रेड करने के लिए सरकार ने बजट मंजूर कर दिया है। बाजार की जरूरत व उद्योगों की मांग के हिसाब से आइटीआई में युवाओं को तैयार करने को लेकर सरकार गंभीर है, ताकि पढ़ाई पूरी होते ही विद्यार्थियों की प्लेसमेंट हो सके।
पुरानी व जर्जर हो चुकी बिल्डिंग को भी नये सिरे से बनाने की योजना है। मशीनरी व उपकरणों के लिए मुख्यमंत्री ने बजट में 90 करोड़ रुपये का प्रविधान किया है।
उद्योगपति अपने हिसाब के युवा इन आईटीआई से निकाल सकें, इसके लिए प्रयोग के तौर पर सोनीपत की दो आईटीआई मारुति और कुरुक्षेत्र की एक आईटीआई जिंदल ग्रुप द्वारा गोद लिया गया है।
बाजार की जरूरत पर आधारित होंगे पाठ्यक्रम
बाकी उद्योगपतियों के सामने भी इसके विकल्प सरकार ने रखे हैं। युवा सशक्तीकरण एवं उद्यमिता राज्य मंत्री गौरव गौतम ने सभी औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों में नये पाठ्यक्रम शुरू करने का प्रस्ताव भी तैयार किया है। यह पाठ्यक्रम बाजार की जरूरत और उद्योगों की मांग के अनुसार होंगे।
विभाग द्वारा मशीनों एवं उपकरणों की खरीद के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू करने की तैयारी की जा चुकी है। खरीद हाई पावर परचेज कमेटी के माध्यम से होगी।
इमारतों की भी बदलेगी सूरत
पुरानी मशीनें इसलिए बदली जा रही हैं, क्योंकि इनमें प्रैक्टिल के बाद विद्यार्थियों को प्लेसमेंट में परेशानी आ रही थी। मशीनें व उपकरण बदलने के साथ ही आईटीआई के भवनों की पुरानी व जर्जर हो चुकी बिल्डिंगों को नये सिरे से बनाने पर भी काम चल रहा है। इसके लिए पूरे प्रदेश में सर्वे हो रहा है।