
माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने कटड़ा में आध्यात्मिक केंद्र में स्थापित इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आईसीसीसी) काम करना शुरू कर दिया है। यह सेंटर निगरानी प्रणाली, डेटा एनालिटिक्स और संचार नेटवर्क के माध्यम से तीर्थयात्रियों की सुरक्षा को नई ऊंचाई प्रदान करेगा।
यह अत्याधुनिक केंद्र 700 हाईटेक सीसीटीवी कैमरों से सुसज्जित है। इनमें जेस्चर, फेस रिकग्निशन और पीटीजेड जैसी उन्नत तकनीकें शामिल हैं। माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अंशुल गर्ग एवं डीआइजी ऊधमपुर-रियासी रेंज के सारा रिजवी ने गुरुवा को सेंटर का निरीक्षण किया।
बैठक में श्रद्धालुओं की यात्रा सुगम बनाने के लिए कई निर्णय लिए गए, जिनमें पिटठू और घोड़ा चालकों को नए यूएचएफ कार्ड जारी करना तथा फिंगर प्रिंट व रीडर सिस्टम की स्थापना शामिल हैं।
यात्रा में कोई खास बढ़ोतरी नहीं
मई में कुछ दिन ही शेष बचे हैं, लेकिन मां वैष्णो देवी की यात्रा में कोई खास बढ़ोतरी देखने को नहीं मिल रही है। श्रद्धालुओं को आकर्षित करने के लिए माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड द्वारा कई तरह की निशुल्क सुविधाएं उपलब्ध करवाई जा रही हैं।
भारत-पाकिस्तान के बीच बने तनाव के दौरान 11 मई को यात्रा में गिरावट आने से श्रद्धालुओं की संख्या 1481 रह गई थी, जो वीरवार को 15527 तक पहुंच गई है।
व्यापारी वर्ग की आस है कि अब जून में देशभर में शिक्षा संस्थानों में छुट्टियां घोषित होने के बाद यात्रा में बढ़ोतरी होगी। इसका सभी बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं।
पिछले साल के मुकाबले यात्रा में गिरावट
बीते वर्ष के मुकाबला जारी वर्ष में मां वैष्णो देवी की यात्रा में गिरावट आई है। अगर केवल मई की बात करें तो बीते वर्ष 2024 में मई में अब तक करीब 7 लाख 60 हज़ार श्रद्धालु मां वैष्णो देवी की यात्रा कर चुके थे जबकि जारी वर्ष इस अवधि में 2 लाख 30 हज़ार श्रद्धालुओं ने ही मां वैष्णो देवी किए हैं। जारी वर्ष में अब तक करीब 5 लाख 30 हज़ार कम श्रद्धालु पहुंचे हैं।