
प्रदेश प्रशासन झेलम, चिनाब और रावी नदियों में 20 यात्रियों तक की क्षमता वाले इलेक्ट्रिक-संचालित क्रूज जहाजों को खरीदेगा। यह जानकारी शुक्रवार को मुख्य सचिव अटल डुल्लु ने प्रदेश में प्रमुख नदियों अंतर्देशीय जल परिवहन (आइडब्ल्यूटी) शुरू करने की जारी प्रक्रिया की उच्चस्तरी बैठक में समीक्षा के दौरान दी।
नागरिक सचिवालय में हुई बैठक में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आइडब्ल्यूएआइ) के अध्यक्ष के अलावा जल शक्ति विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव, मंडलायुक्त कश्मीर ,पर्यटन विभाग के सचिवायुक्त, परिवहन सचिव, पीडब्लयूडी सचिव और प्रदेश प्रशासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया।
कई जिलों को जोड़ती हैं नदियां
जम्मू-कश्मीर में नदी प्रणालियां-विशेष रूप से झेलम, चिनाब और रावी-कई जिलों को जोड़ती हैं, जिससे लागत प्रभावी, कम भीड़भाड़ वाला और पर्यावरण के अनुकूल परिवहन नेटवर्क विकसित करने का अनूठा अवसर मिलता है। मुख्य सचिव ने पर्यटन, परिवहन और पीडब्ल्यूडी विभागों के समन्वय में टर्मिनलों और इलेक्ट्रिक क्रूज संचालन सहित आवश्यक बुनियादी ढांचे के सहयोगात्मक विकास का आह्वान किया।
आइडब्लयूएआइ के प्रतिनिधियों ने अपने प्रारंभिक सर्वेक्षणों के निष्कर्ष प्रस्तुत किए, जो जल परिवहन के लिए नदी के हिस्सों की व्यवहार्यता का आकलन करने के लिए आयोजित किए थे। सर्वेक्षणों ने आइडब्लयूटी संचालन के लिए झेलम, चिनाब और रावी नदियों पर व्यवहार्य खंडों की पहचान की।
कश्मीर में बढ़ेगा पर्यटन
यह भी रेखांकित किया गया कि अंतर्देशीय जल परिवहन का विकास भारत सरकार की नदी परिवहन को उसके आराम, दक्षता और प्रदूषण मुक्त प्रकृति के लिए बढ़ावा देने की राष्ट्रीय नीति के अनुरूप है। मुख्य सचिव ने इस टिकाऊ परिवहन माडल को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया।
यह पर्यटन को प्रोत्साहित करेगा और विभिन्न क्षेत्रों में कनेक्टिविटी को बेतर बनाएगा। उन्होंने संबंधित विभागों को कम समय में इसके कार्यान्वयन के लिए परिभाषित समयसीमा के साथ एक समन्वित रोडमैप तैयार करने का निर्देश दिया।