
हर्षिता के पिता अशोक कादयान व माता किरण कादयान इंग्लिश स्पोकन आइलेट्स अकादमी चलाते हैं। हर्षिता परिवार मूल रूप से झज्जर के दूबलधन का रहने वाली है। उसके दादा रण सिंह पीडब्लूडी विभाग से रिटायर्ड सुपरिटेंडेंट हैं। दादी ओमपति देवी रिटायर्ड सरकारी हिंदी टीचर हैं।
पूरा परिवार कर रहा गर्व
हर्षिता ने बताया कि आर्मी अफसर की वर्दी का सम्मान शुरू से ही दिल में था। आज पूरा परिवार सेना में अफसर बनने पर उन पर गर्व कर रहा है। उसके दादा बचपन से ही उसे गैजेटेड अफसर बनता देखना चाहते थे। उन्होंने उसमें कामयाब होने के लिए प्रेरित किया। कठिन परिश्रम व खुद में विश्वास ये दोनों बातें दिमाग में हरदम रहती है।
हिसार की हर्षिता कादयान ने सीडीएस परीक्षा में अखिल भारतीय स्तर पर तीसरा स्थान प्राप्त किया है। ओपी जिंदल स्कूल से शिक्षा प्राप्त करने के बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय से इतिहास में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। उनके माता-पिता इंग्लिश स्पोकन और आइलेट्स अकादमी चलाते हैं। हर्षिता ने बताया कि सेना में अधिकारी बनने का सपना हमेशा से उनके दिल में था और उनके दादाजी ने उन्हें हमेशा प्रोत्साहित किया।