
हरियाणा के कंटेंट क्रिएटर सुखप्रीत सिंह उर्फ सुख रतिया वाला को हत्या के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजा गया है। आरोप है कि उसने मुंबई में सुपारी लेकर एक महिला की चाकू से गला रेतकर हत्या की है। इस घटना का एक CCTV वीडियो भी सामने आया है।
इस वारदात में सुखप्रीत के मामा का लड़का गुरप्रीत सिंह भी उसके साथ था। इन दोनों को मुंबई पुलिस के साथ संयुक्त ऑपरेशन में नोएडा (उत्तर प्रदेश) STF ने गिरफ्तार किया है। पुलिस पूछताछ में सुखप्रीत ने कबूल भी किया है कि 5 लाख रुपए की सुपारी लेकर उसने महिला का गला काटा था।
- सोशल मीडिया रील्स बनाता था: सुखप्रीत सिंह हरियाणा के फतेहाबाद में रतिया के वार्ड-15 में इम्प्लॉइज कॉलोनी का रहने वाला है। पढ़ाई के साथ-साथ वह सोशल मीडिया पर रील्स बनाता था, इसलिए उसने मॉडल बनने की ठान ली।
- गाली-गलौज वाली वीडियो पोस्ट करता था: शुरुआत में सुखप्रीत सिंह लड़कियों के साथ गालियां देते हुए वीडियो बनाकर इंस्टाग्राम और फेसबुक पर पोस्ट करता था। सोशल मीडिया पर उसके इस तरह के वीडियो काफी देखे जाते थे। इसलिए, धीरे-धीरे उसके फॉलोअर्स बढ़ते चल गए।
- पंजाब की लड़की के साथ विवाद हुआ तो मुंबई भागा: सुखप्रीत एक साधारण परिवार का लड़का है। इसके पिता धीरा सिंह कृषि उपकरण बनाने का काम करते हैं। हरियाणा में रहते हुए सोशल मीडिया के जरिए इसका पंजाब की एक लड़की के साथ कुछ विवाद हो गया। इसे पंजाब से धमकियां मिल रही थीं। उसे मॉडलिंग भी करनी थी, इसलिए वह मामा के लड़के गुरप्रीत सिंह के साथ साल 2022 में मुंबई चला गया। 3 साल से वह मुंबई में ही रह रहा था।
- नवी मुंबई की सड़क पर महिला की हत्या हुई: 18 मई, 2025 की रात को नवी मुंबई के सेक्टर-5 में रहने वाली महिला अलवीना किशोर सिंह उर्फ अलवीना आदम अली खान (27) की गला रेतकर हत्या कर दी गई। वह पति किशोर सिंह राजपूत (30) के साथ 4 वर्षों से यहां रह रही थी। दोनों मेडिकल स्टोर चलाते थे।
- महिला का चाकू से गला रेता: यह वारदात रात साढ़े 11 से साढ़े 12 बजे के बीच रेडिएंस स्पलेंडर इमारत के सामने हुई। उस समय अलवीना पैदल घर लौट रही थी। तभी दो अज्ञात शख्स चाकू लेकर आए और अलवीना का गला रेत दिया। मौके पर मौजूद कोई व्यक्ति कुछ कर पाता, उससे पहले ही आरोपी भाग निकले। हालांकि, यह वारदात वहां लगे CCTV में कैद हो गई।
- महिला के पति ने दी सुपारी: इसके बाद जब पुलिस ने मामले की छानबीन की तो पता चला कि अलवीना की हत्या की सुपारी उसके ही पति किशोर सिंह ने दी थी। किशोर को हिरासत में लेकर जब पूछताछ की गई तो उसने बताया कि उसका वैवाहिक जीवन ठीक नहीं चल रहा था। इसलिए, उसने पत्नी को मारने की योजना बनाई।
- सुपारी देने वाले ने ही जुर्म कबूला: एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि किशोर सिंह ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद की रहने वाली अलीशा धनप्रकाश त्यागी और पंजाब के अमृतसर की निवासी चरणजीत फतेहसिंह कौर उर्फ डिंपल के साथ पत्नी को मारने की साजिश रची थी। इसके लिए उसने 5 लाख रुपए में सुखप्रीत सिंह को सुपारी दी थी। पुलिस ने पति और दोनों आरोपी महिलाओं को भी अरेस्ट कर लिया है। इसके बाद सुखप्रीत की तलाश में जुट गई।
- मुंबई पुलिस और नोएडा STF ने पकड़ा: सुखप्रीत और गुरप्रीत सिंह मुंबई में वारदात को अंजाम देने के बाद उत्तर प्रदेश के नोएडा में आकर छिप गए थे। इसकी जानकारी जब मुंबई पुलिस को हुई, तो उसने नोएडा STF से मदद मांगी। इन दोनों को पकड़ने के लिए नोएडा STF ने फील्डिंग लगाई और सूरजपुर थाना क्षेत्र के घंटा गोल चक्कर के पास से दोनों को पकड़ लिया। दोनों पर BNS की धारा 103(1), 61(2) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
- सैलून वाली महिला ने सुपारी दिलाई: गिरफ्तारी के बाद सुखप्रीत सिंह ने पुलिस को बताया कि वह मामा के लड़के गुरप्रीत सिंह के साथ मॉडलिंग करने मुंबई गया था। वहां उसकी जान-पहचान सैलून चलाने वाली एक महिला से हुई। वह गाजियाबाद (UP) की रहने वाली है। मुंबई में रहते हुए उसे पैसे की जरूरत थी, इसलिए सैलून वाली महिला ने ही उसे 5 लाख रुपए की सुपारी दिलवाई।
- हत्या से पहले महिला की रेकी की: सुखप्रीत ने बताया कि यह सुपारी किशोर सिंह नाम के व्यक्ति ने दी थी। वह अपनी पत्नी को ही मरवाना चाहता था। पैसों की जरूरत के चलते उसने सुपारी ले ली। 18 मई की रात को दोनों ने मास्क पहनकर पहले महिला की रेकी की। इसके बाद महिला का पीछा किया और मौका देखकर सड़क पर उसका गला रेत दिया।
- ऑनलाइन खरीदा चाकू, प्रोफेशनल की तरह प्लानिंग की: सुखप्रीत ने बताया है कि हत्या से पहले उसने ऑनलाइन चाकू खरीदा था। इसके बाद हत्या की रात खासतौर पर महिला की गतिविधियों की निगरानी की थी। उसने ताव में आकर नहीं, बल्कि पूरी साजिश के तहत सफाई के साथ हत्या को अंजाम दिया था। हालांकि, सुपारी देने वाले की गवाही पर उसे पकड़ लिया गया।
STF बोली- मुंबई पुलिस ने सहयोग मांगा, संयुक्त ऑपरेशन में पकड़ा
नोएडा STF के ASP राजकुमार मिश्रा के मुताबिक, मुंबई पुलिस की FIR के बाद यूपी STF से सहयोग मांगा गया था। सूचना के आधार पर संयुक्त ऑपरेशन चलाया गया और दोनों आरोपियों को सूरजपुर क्षेत्र से दबोच लिया गया। इन्हें अब नवी मुंबई पुलिस को सौंप दिया गया है।