
पंजाब पुलिस ने अंतर्राष्ट्रीय आतंकी नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता हासिल करते हुए आतंकवादी अर्श डल्ला के करीबी सहयोगी लविश को गुजरात के अहमदाबाद से गिरफ्तार किया है।
पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि गिरफ्तार आरोपित लविश, अर्श डल्ला और जिंदी महिंदीपुरीया (मारे गए आतंकी तेजा महिंदीपुरी का भाई) के संपर्क में था और पंजाब में की तरह की आपराधिक वारदातों को अंजाम देने की साजिश रच रहा था।
डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि यह कार्रवाई काउंटर इंटेलिजेंस जालंधर और होशियारपुर पुलिस ने गुजरात पुलिस के सहयोग से की। गिरफ्तार लविश पर हत्या, फिरौती मांगने, रंगदारी और अन्य गंभीर आपराधिक मामलों में केस दर्ज हैं।
जांच में पता चला है कि वह विदेश में बैठे अर्श डल्ला के निर्देशों पर काम कर रहा था और लोगों को डरा-धमकाकर रंगदारी वसूलने का काम करता था। पुलिस ने बताया कि लविश लगातार अपने विदेशी हैंडलरों के संपर्क में था और पंजाब में किसी बड़ी आपराधिक वारदात को अंजाम देने की योजना बना रहा था।
रेकी कर रंगदारी मांगने की तैयारी में था आरोपी
एआईजी नवजोत सिंह माहल (सीआइए जालंधर) ने बताया कि लविश की गतिविधियों पर पुलिस पिछले कई महीनों से नजर रखे हुए थी। तकनीकी और गुप्त सूचनाओं के आधार पर उसकी लोकेशन गुजरात के उस्मानपुरा क्षेत्र में ट्रेस की गई और वहां से उसे गिरफ्तार किया गया।
जांच में सामने आया है कि लविश ने राहों स्थित एक शराब ठेकेदार और नवांशहर के एक ट्रैवल एजेंट की रेकी की थी। दोनों से अर्श डल्ला के नाम पर 50-50 लाख रुपये की फिरौती मांगी गई थी।
पिछली वारदात के बाद से था फरार
एसएसपी संदीप कुमार मलिक (होशियारपुर) ने बताया कि आरोपी लविश मई 2024 में होशियारपुर के मॉडल टाउन में हत्या की एक वारदात को अंजाम देने के बाद फरार हो गया था। इसके बाद उसने सुखदेव नगर में एक व्यक्ति को डराने के लिए उसके घर पर फायरिंग भी की थी।
यह फायरिंग भी जबरन वसूली के लिए की गई थी। अब लविश से पूछताछ के आधार पर अन्य संदिग्धों की पहचान की जा रही है और आतंकवाद से जुड़े नेटवर्क को जड़ से खत्म करने के लिए कार्रवाई जारी है।