
एलपीयू के संस्थापक चांसलर और राज्यसभा सदस्य डॉ. अशोक कुमार मित्तल ने स्लोवेनिया की यात्रा में आतंकवाद पर भारत के अडिग रुख को दोहराया। उन्होंने शांति और सुरक्षा के लिए उभरते खतरों का मुकाबला करने के लिए वैश्विक सहयोग के महत्व पर जोर दिया।
लजुब्लजाना में उच्च स्तरीय बैठकों के दौरान डॉ. मित्तल ने एचई स्लोवेनिया की नेशनल असेंबली की विदेश नीति समिति के अध्यक्ष प्रेड्रैग बाकोविच, मिरोस्लाव ग्रेगोरिक, चेयर आफ इंडिया-स्लोवेनिया संसदीय फ्रेंडशिप ग्रुप, प्रधानमंत्री कार्यालय में राष्ट्रीय एंड अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा के लिए राज्य सचिव, राष्ट्रीय कोआर्डिनेटर वोज्को वोल्क से मुलाकात की।
बैठक में राष्ट्रीय और वैश्विक सुरक्षा के लिए भारत के एकीकृत और मजबूत दृष्टिकोण को व्यक्त किया। स्लोवेनियाई नेताओं ने आतंकवाद की कड़ी निंदा की और इसे एक ऐसा खतरा बताया, जो नैतिक रूप से क्षमा न करने योग्य व लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ मेल नहीं खाता है।
डॉ. मित्तल ने कहा कि भारत आतंकवाद को खत्म करने और शांति, नवाचार और समावेशी विकास के लिए सार्थक वैश्विक साझेदारी बनाने के अपने दृढ़ संकल्प में एकजुट है। साझा चुनौतियों के युग में स्लोवेनिया जैसे लोकतांत्रिक भागीदारों के साथ सहयोग महत्वपूर्ण है। यह यात्रा हमारे द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने और एक सुरक्षित, अधिक न्यायपूर्ण दुनिया के लिए हमारी पारस्परिक प्रतिबद्धता को मजबूत करने की दिशा में एक कदम है।