ड्रेनों की आंतरिक सफाई की वर्तमान गति पर चिंता जताते हुए कहा कि मानसून आने में बहुत कम समय बचा है और अभी यह काम शेष है। उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट समय-सीमा निर्धारित करते हुए सभी लंबित कार्यों को बिना देरी के पूरा करने के निर्देश दिए।
मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी अन्य प्रशासनिक सचिवों के साथ 10 जून को फिर से इस कार्य प्रगति की समीक्षा करेंगे। यदि किसी अधिकारी की ओर से कोई लापरवाही पाई जाती है तो उसके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी।
बाढ़ सुरक्षा के व्यापक उपायों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकारी अल्पकालिक उपायों पर फोकस करते हुए बाढ़ नियंत्रण से संबंधित चल रही योजनाओं को पूरा करना सुनिश्चित करें। जल निकासी के लिए आवश्यक पंपों की स्थिति और उपलब्धता का आकलन किया जाए।
विशिष्ट क्षेत्रों में जलभराव के कारणों की पहचान करने तथा स्थायी समाधान प्रदान करने के लिए लक्षित योजनाएं बनानी होंगी। उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों और पंचायतों द्वारा अनुशंसित बाढ़ सुरक्षा कार्यों को प्राथमिकता दी जानी चाहिए तथा उन्हें जल्द से जल्द पूरा किया जाना चाहिए। साथ ही टांगरी और मारकंडा नदियों में गाद निकालने के काम की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए।