उन्होंने स्पष्ट किया कि उन्होंने किसी भी स्थिति में भारतीय वायुसेना या सशस्त्र बल का कभी अपमान करने की नहीं सोच सकते। यह प्रकरण केवल उनकी छवि को खराब करने तक सीमित नहीं है, बल्कि इससे भारतीय वायुसेना जैसी सम्माननीय संस्था के प्रति जनता में भ्रम उत्पन्न करने का प्रयास भी किया गया है।
विधायक पठानिया ने बताया कि दो पोर्टल समेत कुल नौ लोगों के खिलाफ शिकायत की गई है। और पुलिस से दोषियों पर कार्रवाई की मांग की गई है।
उन्होंने फिर दोहराया कि वह कशीराह गांव के नागरिकों की जमीन को लेकर ग्रामीणों के साथ हैं। साथ ही उन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना व वायु सेना की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय सुरक्षा और भारतीय सेना को लेकर सस्ती राजनीति करना दुर्भाग्यपूर्ण है।