
Raman Aroroa MLA: विधायक रमन अरोड़ा की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं। लंबे समय से फरार उनके करीबी आढ़ती महेश मखीजा आखिरकार सामने आ गया है। गिरफ्तारी के डर से उसने अदालत में सरेंडर किया, जिसे विजिलेंस ने अपनी गिरफ्त में लेते हुए औपचारिक रूप से गिरफ्तार कर लिया है।
मखीजा रमन का बेहद विश्वासपात्र था और कई प्रॉपर्टी डील में उसकी अहम भूमिका रही है। बताया जा रहा है कि विधायक के कहने पर मखीजा ने कई जगहों पर संपत्तियों के लेन-देन को अंजाम दिया। कई डील तो ऐसी थीं, जिनमें प्रॉपर्टी महेश के नाम पर ली गई थी। यही नहीं जब भी कोई बड़ी डील होती थी तो मखीजा की एक महिला रिश्तेदार सक्रिय रूप से बीच में आकर सौदे को पक्का कराती थी।
ब्लैकमनी को व्हाइट करता था आरोपी?
इस नेटवर्क के जरिए बड़ी मात्रा में काला धन सफेद किए जाने की आशंका जताई जा रही है। महेश मखीजा की गिरफ्तारी के बाद विजिलेंस विभाग अब उससे जुड़े तमाम राज निकालने की तैयारी में है। माना जा रहा है कि मखीजा के पास विधायक रमन से जुड़े कई ऐसे संवेदनशील दस्तावेज और जानकारी हो सकती है, जो जांच को निर्णायक दिशा में ले जा सकती हैं।
बताया जा रहा है कि विजिलेंस की टीम ने महेश मखीजा के स्वजन पर दबाव बनाया था ताकि वो पेश हो सके। उसके कई साथियों को बुला कर पूछताछ की थी। बताया जा रहा है कि विजिलेंस टीम ने मखीजा के स्वजन को केस में शामिल करने की बात कही थी। दबाव बढ़ने पर महेश मखीजा ने सरेंडर कर दिया।
तीन अन्य आरोपियों की तलाश जारी
तीनों और लोगों की तलाश में जुटी विजिलेंस विजिलेंस टीम अब आढ़ती महेश मखीजा के साथ जुड़े तीन अन्य लोगों की तलाश में भी जुट गई है। ये तीनों लोग भी कई डील और लेन-देन में शामिल बताए जा रहे हैं। इनकी गिरफ्तारी के बाद कई और नेताओं के नाम सामने आ सकते हैं।
आने वाले दिनों में इस मामले में कई और लोगों की गिरफ्तारी हो सकती है। अगर मखीजा से मिले सुराग सही साबित होते हैं तो रमन अरोड़ा के खिलाफ कानूनी शिकंजा कसना तय है।