
पंजाब के लुधियाना में 19 जून को उप-चुनाव हो रहे है। इससे पहले एक पार्टी से दूसरी पार्टी में शामिल होने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। आज पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस के गुट को झटका लगा है।
बैंस से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाले कमलजीत सिंह कड़वल ने आज कांग्रेस में वापसी कर ली है। कमलजीत कड़वल को पूर्व सीएम एवं जालंधर से सांसद चरणजीत सिंह चन्नी ने कांग्रेस में शामिल किया है। कमलजीत कड़वल और बैंस किसी समय शिरोमणि अकाली दल में अच्छे दोस्त हुआ करते थे। लेकिन आपसी विवादों के कारण दोनों का आपस के रिश्तों में काफी खटास बन गई थी।
बता दे कि कमलजीत सिंह कड़वल 1 साल पहले भाजपा में शामिल हुए थे। करीब 6 महीने पहले आम आदमी पार्टी में ज्वाइन की और अब फिर कांग्रेस में वापसी की है। यहां बता दें हलका आत्म नगर से कमलजीत सिंह कड़वल विधान सभा का चुनाव सिमरजीत सिंह बैंस के खिलाफ लड़ चुके है।
चुनाव दौरान ही बैंस समर्थकों और कड़वल समर्थकों की झड़प तक हो चुकी है। उस मामले में पुलिस ने सिमरजीत सिंह बैंस, उनके बेटे समेत 28 लोगों के खिलाफ इरादतन हत्या का केस दर्ज किया था।
30 साल साथ रहे, 2014 चुनाव के बाद बढ़ीं दूरियां
हलका आत्म नगर से पूर्व विधायक सिमरजीत सिंह बैंस और कांग्रेस के कमलजीत सिंह कड़वल किसी समय क्लासमेट हुआ करते थे, लेकिन दोनों एक ही हलके से एक दूसरे के आमने-सामने चुनाव लड़ चुके है। बैंस व कड़वल आठवीं क्लास से दोस्त रहे। करीब 30 साल तक इकट्ठा रहे। जिसके बाद दोनों इकट्ठे राजनीति में भी उतरे।
2014 में लोकसभा चुनाव के दौरान सिमरजीत बैंस अकाली दल से अलग होकर आजाद चुनाव में उतरे थे। इस दौरान बैंस व कड़वल ने पार्टी छोड़ दी थी। इन चुनाव के बाद कड़वल ने बैंस का साथ छोड़ दिया था। हालाकि करीब छह महीने बाद कमलजीत कड़वल दोबारा शिअद में शामिल हो गए थे।
इसके बाद दोनों में दूरिया बढ़ती चली गईं। बैंस और कड़वल द्वारा स्टेज पर भी एक दूसरे पर कई तरह के आरोप लगाए गए थे। दोनों में पहले भी कई बार आमने सामने हो चुके हैं।
2022 में हुई थी झड़प
2022 में गिल रोड पर क्वालिटी धर्म कांटा के पास सबसे संवेदनशील माने जाते हलका आत्म नगर से उस समय लोक इंसाफ पार्टी के उम्मीदवार सिमरजीत सिंह बैंस और कांग्रेस पार्टी के उम्मीदवार कमलजीत सिंह कड़वल के बोर्ड लगाने को लेकर समर्थकों में झड़प हो गई थी। मामला इतना बड़ गया था कि दोनों तरफ से जमकर पथराव किया गया। हालाकि इस दौरान विधायक बैंस के भाई परमजीत सिंह पम्मा व समर्थक और कांग्रेस के दो समर्थक जख्मी हो गए थे।
पढ़े कौन हैं सिमरजीत सिंह बैंस
-2017 में बनाई थी खुद की पार्टी
संगरूर के मौजूदा सांसद सिमरनजीत सिंह मान के साथ राजनीतिक करियर शुरू करने वाले सिमरजीत सिंह बैंस, सुखबीर सिंह बादल की अगुआई में अकाली दल में शामिल हो गए थे। शिअद में उनके ऊपर कई आरोप लगते रहे। बैंस के खिलाफ तहसीलदार को कार्यालय में घुसकर मारपीट करने का भी मामला दर्ज हुआ था।
अकाली दल द्वारा चुनाव टिकट नहीं दिए जाने से नाराज होकर उन्होंने पार्टी छोड़ दी थी। इसके बाद सिमरजीत ने आत्म नगर और बलविंदर ने लुधियाना विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा और जीत गए। बैंस ने 2017 में हुए विधानसभा चुनाव में लोक इंसाफ पार्टी बनाई और AAP से गठजोड़ कर लिया। इस बार भी दोनों भाई चुनाव जीत गए।
साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में उनकी पार्टी ने अकेले चुनाव लड़ा, लेकिन AAP की लहर के सामने टिक नहीं पाए और हार गए। 2024 लोक सभा चुनाव से पहले राहुल गांधी ने सिमरजीत सिंह बैंस और बलविंदर सिंह बैंस को कांग्रेस में शामिल किया था।
2 बार जेल जा चुके हैं बैंस
सिमरजीत सिंह बैंस 2 बार जेल जा चुके हैं। वर्ष 2009 में उन पर तहसीलदार के साथ मारपीट करने का आरोप लगा था। इस केस में वह जेल काट चुके हैं। इसके बाद 10 जुलाई 2021 में उन पर महिला ने रेप करने की कोशिश का आरोप लगाया था। इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर उन्हें जेल भेज दिया था।