
श्रीनगर अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अब केवल हवाई यात्रा करने वाले यात्रियों के लिए एराइवल व डिपार्चर प्वाइंट ही नहीं रहेगा, बल्कि यह अब घाटी की संस्कृति, कला व सभ्यता को भी दर्शाएगा। यात्रियों की सुविधा के लिए इसे तमाम आधुनिक सुविधाओं से लैस किए जाने के साथ वहां घाटी की सभ्यता, संस्कृति व कला को दर्शाने वाली वस्तुओं से सजाया जाएगा।
एयरपोर्ट प्रवक्ता ने इंटरनेट मीडिया हैंडल एक्स पर इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि एयरपोर्ट को आधुनिक सुविधाओं से पूरी तरह से लैस करने के साथ इसे स्टेट ऑफ आर्ट का मॉडल भी बनाया जाएगा। इधर, इस संबंध में एयपोर्ट के एक और अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा, हमारा एयरपोर्ट इंटरनेशनल लेवल का है। यहां देश-विदेश से टूरिस्ट आते रहते हैं।
हम चाहते हैं कि हमारे यह मेहमान यहां प्रवेश करते ही यहां की संस्कृति के बारे में भी जानकारी हासिल कर सकें। अधिकारी ने कहा, एयरपोर्ट किसी भी मुल्क या या स्टेट का दरवाजा होता है। हम चाहते हैं कि इस दरवाजा में दाखिल होते ही हमारे मेहमानों को हमारे कश्मीर के आर्ट व कल्चर के बारे में जानकारी मिले।
इसी को ध्यान में रखकर हम इस एयरपोर्ट को हमारे कल्चर को प्रस्तुत करने वाली चीजों जिनमें हमारे हैंडक्राफ्ट, आर्किटेक्चर, हमारा पहनावा, खानपान आदि हैं, दर्शाने वाली चीजों से सजाएंगे। अधिकारी ने कहा, यहां की कलाओं को पेंटिंग के माध्यम से भी दर्शाया जाएगा जो एयरपोर्ट की दीवारों, प्रवेश व प्रस्थान द्वारों पर लगाई जाएगी।
अधिकारी ने कहा, सुरक्षा के लिहाज से हमारा यह एयरपोर्ट काफी संवेदनशील है। लिहाजा यहां सुरक्षा का कड़ा बंदोबस्त करना जरूरी है। हम चाहते हैं कि यहां आने वाले लोग चाहे वह हमारा टूरिस्ट हो या बिजनेस से जुड़ा हो, यहां प्रवेश करने पर उसके मन में भ्रम पैदा न हो। हम चाहते हैं कि एयरपोर्ट पर कदम रखते ही वह एकदम रिलैक्स फील करें और उसे रिलैक्स फील कराने के लिए हमारा शानदार आर्ट एंड कल्चर बिलकुल समुचित तकनीक है।
अधिकारी ने कहा, हम जल्द ही इस प्रोजेक्ट पर काम शरू करेंगे और श्रीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट को एक स्टेट आफ आर्ट एयरपोर्ट बनाएंगे। बता देते हैं कि लालचौक से नौ किलोमीटर दूर हुमहामा इलाके में सिथत श्रीनगर अंतराष्ट्रीय हवाई अड्डा घाटी को देश व दुनिया के अन्य हिस्सों से जोड़ने का एकमात्र हवाई अड्डा है।
सुरक्षा के लिहाज से संवेदनशील इस हवाई अड्डे पर प्रतिदिन 40-44 उड़ानों का आवागमन होता है और प्रतिदिन औसतन 5000-6500 से अधिक यात्री टेपआफ व लैंड करते हैं। टूरिज्म के पीक सीजन में यात्रियों की संख्या में बढ़ोतरी हो जाती है।