बता दें डीएमके सांसद का ये जवाब तब आया है, जब भारत में हिंदी भाषा को लेकर विरोध जारी है। डीएमके ने हाल ही में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में प्रस्तावित तीन-भाषा फॉर्मूले को लेकर केंद्र का विरोध किया था।

बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का आरोप

कनिमोझी ने खुद केंद्र पर तीन-भाषा नीति और NEP के लिए तमिलनाडु को धन रोकने और बच्चों का भविष्य बर्बाद करने का आरोप लगाया है। डीएमके ने संसद के बाहर और तमिलनाडु में भारतीय जनता पार्टी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया था।