
हरियाणा विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष एवं थानेसर के कांग्रेस विधायक अशोक अरोड़ा के साथ पिछले दिनों नगर परिषद की बैठक में हाथापाई व गाली गलौच के मामले की जांच अब विधानसभा की विशेषाधिकार समिति करेगी।
एक दिन पहले ही कांग्रेस विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष हरविन्द्र सिंह कल्याण के समक्ष अशोक अरोड़ा से दुर्व्यवहार की शिकायत की थी। विधानसभा अध्यक्ष ने मामले की जांच भाजपा विधायक मूलचंद शर्मा की अध्यक्षता में गठित विशेषाधिकार समिति को सौंप दी है।
विशेषाधिकार समिति में कांग्रेस विधायक चंद्रमोहन, राम करण और सरदार जरनैल सिंह, भाजपा विधायक ओमप्रकाश यादव, तेजपाल तंवर, प्रमोद कुमार विज और रणधीर पनिहार, इनेलो विधायक अर्जुन चौटाला तथा निर्दलीय विधायक सावित्री जिंदल शामिल हैं।
यह कमेटी मामले की जांच के दौरान आरोपितों को अपना पक्ष रखने के लिए तलब करेगी। विशेषाधिकार कमेटी अगर आरोपित के जवाब से संतुष्ट नहीं होती है तो उसे संबंधित व्यक्ति के खिलाफ एक से छह माह की सजा की संस्तुति करने का अधिकार है।
आरोप है कि थानेसर नगर परिषद की बैठक में अशोक अरोड़ा के साथ उन लोगों ने हाथापाई की, जो सदन के सदस्य तक नहीं थे। बैठक में शहरी निकाय विभाग के अधिकारियों की मिलीभगत से ऐसे लोग शामिल हुए, जो कि नियमों के अनुसार बैठक में भागीदारी करने के पात्र नहीं हैं।
इनमें एक पूर्व पार्षद व पार्षद का पति शामिल है, जिसने उनके साथ हाथापाई की। अशोक अरोड़ा ने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष शिकायत करते हुए यहां तक कहा कि जांच के दौरान यदि उनकी कोई गलती पाई जाए तो उनके विरुद्ध भी कार्रवाई की जाए। मामले में कुरुक्षेत्र के डीसी व एसपी को भी दोषी अधिकारियों व पूर्व पार्षद के विरुद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई करने के आदेश दिए जाने चाहिए।