भारत के साथ संघर्ष में आतंकवाद परस्त पाकिस्तान का साथ देने पर तुर्किये तथा अजरबैजान के प्रति भारतीयों का गुस्सा फूटा था। न सिर्फ पर्यटन बहिष्कार बल्कि उत्पादों का बहिष्कार भी चल रहा है। इसके पूर्व यह स्थिति चीन के उत्पादों के मामले में भी रही है।
वैसे, स्वदेशी के प्रति शुरू से आग्रही प्रधानमंत्री ने गुजरात के गांधी नगर में एक सभा में गत 27 मई को देशवासियों से स्वदेशी सामान अपनाने और विदेशी, खासकर चीनी उत्पादों का बहिष्कार करने की अपील की है। जहां उन्होंने अफसोस जताया कि छोटी आंखों वाले गणेश की मूर्तियाें के साथ होली के रंग और दीपावाली की सजावट सामानें भी विदेश से आ हो रही हैं।
ऐसे में उन्होंने गांव-गांव में स्वदेशी का संकल्प दिलाने का आह्वान किया है। एसजेएम के राष्ट्रीय सह संयोजक डा. अश्वनी महाजन के अनुसार, जब तक भारत हर क्षेत्र में स्वदेशी को नहीं अपनाता, तब तक आत्मनिर्भर भारत की परिकल्पना अधूरी है। ऐसे में यह अभियान 2047 तक भारत को आत्मनिर्भर, विकसित और स्वाभिमानी राष्ट्र बनाने का संकल्प है।