उनका आरोप है कि लुधियाना पुलिस द्वारा तीन पर्चे दर्ज किए, लेकिन आरोपितों को पकड़ नहीं रही। एसोसिएशन के प्रधान राजेश गर्ग का आरोप है कि लुधियाना इंप्रूवमेंट ट्रस्ट न्यू हाई स्कूल सिविल लाइंस और सराभा नगर की जमीनें अलॉट किसी और संस्था को दी थी, लेकिन बाद में आरोपित सुनील मड़िया ने स्कूलों पर जबरन कब्जा कर लिया। उसका साथ कुछ राजनीतिक लोगों ने भी दिया, मगर उन्हें जांच में शामिल नहीं किया गया। उधर, राजनीतिक हलकों में इस नोटिस को राजनीति से प्रेरित बताया जा रहा है।

लुधियाना के न्यू हाई स्कूल में फर्जी कमेटी बनाकर कब्जा करने और जमीन बेचने के मामले में विजिलेंस ने पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु को जांच में शामिल होने के लिए नोटिस जारी किया है। उन्हें 8 जनवरी को दर्ज एफआइआर के संबंध में विजिलेंस ऑफिस में पेश होने को कहा गया है। एलुमनी एसोसिएशन ने जिला प्रशासन और पुलिस पर आरोपितों को बचाने का आरोप लगाया है।