
अमृतसर:- पूर्व अकाली विधायक व भाजपा देहाती के मौजूदा जिला अध्यक्ष मनजीत सिंह मन्ना, उनके भाई रणजीत सिंह व एक सहयोगी हरजीत सिंह के खिलाफ बाबा बकाला की अदालत ने गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं।
18 सितंबर 2015 को अकाली-भाजपा सरकार के दौरान एक मामले में विवाद होने के बाद तत्कालीन अकाली विधायक मनजीत सिंह मन्ना, उनके भाई रणजीत सिंह, हरजीत सिंह पुत्र सुच्चा सिंह सभी निवासी मीआविंड, मन्ना के पीए हरप्रीत सिंह पुत्र झंडा सिंह निवासी खख तथा बलदेव सिंह पुत्र चरण सिंह निवासी गांव भोरशी राजपूतां ने अपनी ही पार्टी के वर्कर पूर्ण सिंह पुत्र चूड़ सिंह निवासी खिलचियां पर तेजधार हथियारों से हमला किया था।
आरोपितों ने पूर्ण सिंह की पगड़ी उतार दी तथा उसके बाल व दाड़ी की भी बेअदबी की थी। पीड़ित के बेटे ने घटना की सूचना थाने में दी तथा पुलिस को चोटों के डाक्टरी परीक्षण करवाने की मांग की, लेकिन आरोपित उस समय विधायक था, इसलिए पुलिस ने एक नहीं सुनी। पीड़ित के बेटे ने इस संबंध में पंजाब पुलिस के हेल्पलाइन नंबर 181 पर भी शिकायत दर्ज करवाई थी।
हरदीप ने पूर्ण सिंह को गुरु नानक देव अस्पताल अमृतसर में भर्ती करवाया, जहां उनका उपचार हुआ। पीड़ित ने मामले की जानकारी पुलिस के उच्च अधिकारियों को दी, लेकिन कोई कानूनी कार्रवाई नहीं की गई। इसके बाद पीड़ित के वकील वीके जसवाल ने न्यायिक मैजिस्ट्रेट बाबा बकाला में सीपीआरसी 156 (3) के तहत रिपोर्ट दर्ज करवाई कि आरोपितों पर थाना खिलचियां में मामला दर्ज किया जाए, लेकिन जज ने शिकायत को केस में बदल दिया।
केस में जज ने नौ गवाहों के बयान दर्ज किए, जिनमें शिकायतकर्ता, घटनास्थल पर मौजूद गवाह, मेडिकल रिपोर्ट संबंधी डाक्टर और पुलिस को की शिकायत संबंधी सरकारी गवाह शामिल थे।
वकील की दलील से सहमत होते हुए बाबा बकाला साहिब के मैजिस्ट्रेट माननीय श्री रंजीवपाल सिंह चीमा ने 12 जुलाई 2019 को आरोपितों को समन जारी किए और सभी को आठ अगस्त 2019 को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए।
केस में मनजीत सिंह मन्ना के निजी सहायक हरप्रीत सिंह और बलदेव सिंह, वकील मनिंदरजीत सिंह गहरी के माध्यम से अदालत में पेश हुए, लेकिन बाकी आरोपितों ने कानूनी दांव खेलते हुए मामले को आज तक लंबित रखा और अदालत के आदेशों की अनदेखी करते हुए अदालत में पेश नहीं हुए।
इस पर बाबा बकाला की न्यायिक मैजिस्ट्रेट मिस रमनदीप कौर ने 29 मई 2025 को पुलिस को पूर्व विधायक मनजीत सिंह मन्ना, उसके भाई रणजीत सिंह और एक साथी हरजीत सिंह के गिरफ्तारी वारंट जारी किए हैं और उन्हें 12 जून 2025 को कोर्ट में पेश होने के आदेश दिए हैं।