यह पोर्टल एक निजी आईटी कंपनी द्वारा संचालित किया जाता था, लेकिन कंपनी ने काम बंद कर दिया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने समर्थ पोर्टल पर स्विच किया। नवंबर और दिसंबर में यूनिवर्सिटी ने लगभग 40,000 छात्रों का डाटा समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया। विद्यार्थियों की परेशानी को जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा।