
गुरुग्राम:- गुरुग्राम यूनिवर्सिटी के विद्यार्थियों को अकादमिक कुप्रबंधन के कारण परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यूनिवर्सिटी में नए सेमेस्टर की परीक्षाएं शुरू हो गई है जबकि हजारों छात्र अब भी पिछले शैक्षणिक वर्ष के परिणाम का इंतजार कर रहे हैं।
छात्रों के अनुसार यूनिवर्सिटी की परीक्षा प्रणाली पूरी तरह से अव्यवस्थित हो चुकी है। दिसंबर 2024 में पहले सेमेस्टर की परीक्षा देने वाले लगभग 20,000 छात्रों को अब तक उनके परिणाम नहीं मिले हैं वहीं उनके दूसरे सेमेस्टर की परीक्षाएं लगभग समाप्त हो चुकी हैं।
तीन से चार बार देनी पड़ी एक ही विषय की परीक्षा
छात्रों का दावा है कि यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेजों में पढ़ रहे लगभग 70 फीसदी छात्रों को किसी न किसी विषय में री-अपीयर का स्टेटस मिला है। कई छात्रों ने बताया कि उन्हें तीन से चार बार एक ही विषय में दोबारा परीक्षा देनी पड़ी, लेकिन फिर भी परिणाम या तो घोषित नहीं किए गए या रिकॉर्ड में दर्ज ही नहीं हुए है, ऐसे में परेशानी हो रही है।
एक छात्र अभिनव ने बताया कि जन्म तिथि में गड़बड़ी के कारण मेरी एकेडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट्स में आईडी नहीं बन पा रही है। एक अन्य छात्रा विधि ने बताया कि मुझे सिर्फ पहले सेमेस्टर का रिजल्ट मिला है। मुझे यह तक नहीं पता कि मैं दूसरे और तीसरे सेमेस्टर में पास हुई हूं या नहीं।
इस कारण मैं री-अपीयर फार्म भी नहीं भर पाई। यूनिवर्सिटी जाकर भी कोई मदद नहीं मिली है। यूनिवर्सिटी के एग्जाम कंट्रोलर रमेश गर्ग ने बताया कि यूनिवर्सिटी ने नवंबर 2024 में ईएमएस पोर्टल का उपयोग बंद कर दिया था।
यह पोर्टल एक निजी आईटी कंपनी द्वारा संचालित किया जाता था, लेकिन कंपनी ने काम बंद कर दिया। इसके बाद यूनिवर्सिटी ने समर्थ पोर्टल पर स्विच किया। नवंबर और दिसंबर में यूनिवर्सिटी ने लगभग 40,000 छात्रों का डाटा समर्थ पोर्टल पर अपलोड किया। विद्यार्थियों की परेशानी को जल्द से जल्द ठीक किया जाएगा।