
नई दिल्ली:- 2000 करोड़ के क्लासरूम घोटाला मामले में पूर्ववर्ती दिल्ली सरकार में उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री रहे मनीष सिसोदिया आज सोमवार (9 जून) को भ्रष्टाचार निरोधक शाखा (एसीबी) की जांच में शामिल नहीं होंगे। इस मामले में छह जून को पहले दिल्ली सरकार में पीडब्ल्यूडी मंत्री रहे सत्येंद्र जैन से एसीबी ने पूछताछ की थी।
इसके बाद आज यानी 9 जून को मनीष सिसोदिया को जांच में शामिल होने के लिए एसीबी मुख्यालय में बुलाया गया था। उन्हें सुबह 11 बजे बुलाया गया था। उनके वकील ने जांच अधिकारी को फोन कर बताया कि सिसोदिया किसी दूसरे कार्यक्रम में व्यस्त हैं। वह मेल कर जानकारी देंगे कि आज वह क्यों जांच में शामिल नहीं हो पाए।
क्या बोले एसीबी चीफ?
एसीबी चीफ संयुक्त आयुक्त मधुर वर्मा का कहना है कि अब तक सिसोदिया ने मेल पर कोई जानकारी नहीं दी है। नहीं आने का स्पष्ट कारण नहीं बताया है। जल्द उन्हें दोबारा नोटिस भेज जांच में शामिल होने के लिए कहा जाएगा। सत्येंद्र जैन को भी दोबारा पूछताछ में शामिल होने के लिए नोटिस भेजा जाएगा।
बता दें कि दोनों नेताओं पर आप सरकार के समय स्कूलों में हर क्लासरूम के निर्माण में पांच गुना अधिक भुगतान करने का आरोप है। एसीबी के मुताबिक, 1,200 रुपये स्क्वायर फीट की दर से सेमी परमानेंट स्ट्रक्चर के रूप में क्लासरूम का निर्माण किया गया, जबकि 2,100-2200 रुपये स्क्वायर फीट की दर से परमानेंट स्ट्रक्चर का बिल का भुगतान किया गया। सभी बिल पर सिसोदिया के दस्तखत हैं।
मनीष सिसोदिया सोमवार को एसीबी की 2000 करोड़ के क्लासरूम घोटाले की जांच में शामिल नहीं होंगे। एसीबी ने उन्हें 9 जून को पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन उनके वकील ने बताया कि वे व्यस्त हैं। एसीबी चीफ मधुर वर्मा ने कहा कि सिसोदिया ने अभी तक जांच में शामिल न होने का कारण नहीं बताया है। उन्हें जल्द ही दोबारा नोटिस भेजा जाएगा।