
पंचकूला:- मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी को सेवा विस्तार (एक्सटेंशन) देने के लिए राज्य सरकार ने केंद्र सरकार को फाइल भेज दी है। अनुराग रस्तोगी की रिटायरमेंट 30 जून को है। हिमाचल प्रदेश व ओडिसा के मुख्य सचिवों की तरह हरियाणा के मुख्य सचिव को भी छह माह का सेवा विस्तार मिलने की पूरी संभावना है।
छह माह का सेवा विस्तार मिलने की स्थिति में उनका कार्यकाल 31 दिसंबर को पूरा होगा। इस अवधि से पहले वरिष्ठता के आधार पर मुख्य सचिव पद के दावेदारों में शामिल तीन आइएएस अधिकारियों की दावेदारी पर विपरीत असर पड़ सकता है।
अनुराग रस्तोगी को सेवा विस्तार मिलने की सूरत में सबसे अधिक प्रभाव 1990 बैच के आइएएस अधिकारी आनंद मोहन शरण पर पड़ेगा जो कि वन्य एवं प्राणी संरक्षण तथा पर्यावरण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव हैं। उनकी रिटायरमेंट इसी साल 31 अगस्त को है। मुख्य सचिव पद के बाकी प्रबल दावेदारों में 1990 बैच के आइएएस अधिकारी सुधीर राजपाल और डॉ. सुमिता मिश्रा हैं।
स्वास्थ्य तथा महिला एवं बाल विकास विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव सुधीर राजपाल की रिटायरमेंट 30 नवंबर 2026 को होगी।
अनुराग रस्तोगी को अगर सिर्फ छह महीने का ही सेवा विस्तार मिलता है और इस अवधि के पूरा होने पर दोबारा सरकार उन्हें सेवा विस्तार नहीं देती, तभी सुधीर राजपाल के मुख्य सचिव बनने की संभावना बनी रहेगी इसी तरह मुख्य सचिव पद की दौड़ में शामिल 1990 बैच की आइएएस डॉ. सुमिता मिश्रा 31 जनवरी 2027 को रिटायर होंगी।
अनुराग रस्तोगी के सेवा विस्तार की स्थिति में मुख्य सचिव के लिए उन्हें लंबा इंतजार करना पड़ सकता है।
l मुख्य सचिव अनुराग रस्तोगी के सेवा विस्तार की फाइल केंद्र सरकार के पास पहुंची l आनंद मोहन शरण 31 अगस्त को होंगे रिटायर, सुधीर राजपाल व सुमिता मिश्रा पर भी पड़ेगा असर
पहले भी होता रहा मुख्य सचिवों का सेवा विस्तार मुख्य सचिवों को पहले भी सेवा विस्तार मिलता रहा है। इसकी शुरूआत भूतपूर्व मुख्यमंत्री चौ. बंसीलाल की सरकार के समय हुई थी।
बंसीलाल सरकार ने अगस्त-1996 से जनवरी-1997 तक यानी छह महीने के लिए उस समय मुख्य सचिव एमसी गुप्ता को सेवा विस्तार दिलवाया था। पूभूपेंद्र सिंह हुड्डा के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार ने तीन आइएएस अधिकारियों को मुख्य सचिव के पदों पर सेवा विस्तार दिया था। 2013 में हुड्डा सरकार में मुख्य सचिव रहे पीके चौधरी को छह महीने की एक्सटेंशन मिली थी।