
स्विस बैंकों में भारतीयों का जमा धन को लेकर बड़े खुलासे हुए हैं। जानकारी के मुताबिक, साल 2024 में रिकॉर्ड तेजी से बढ़ा है। स्विस नेशनल बैंक (SNB) की ओर से बुधवार, 19 जून को जारी आंकड़ों के मुताबिक, भारतीयों का स्विट्जरलैंड में जमा धन 3 गुना से ज्यादा बढ़कर 3.54 बिलियन स्विस फ्रैंक (लगभग 37,600 करोड़ रुपए) हो जाएगा है।
SNB के मुताबिक, यह बढ़ोतरी मुख्य रूप से बैंकों और अन्य वित्तीय संस्थानों के माध्यम से हुई है। व्यक्तिगत खातों में जमा राशि केवल 11% बढ़कर 346 मिलियन स्विस फ्रैंक (करीब 3,675 करोड़ रुहए) हुई है, जो कुल भारतीय फंड का महज 10% हिस्सा है। SNB ने बताया कि स्विस बैंकों में भारत की कुल 3534354 मिलियन स्विस फ्रैंक राशि जामा है। इसमें 3.02 बिलियन स्विस फ्रैंक बैंक के और 346 मिलियन स्विस फ्रैंक व्यक्तिगत खातों में व 41 मिलियन स्विस फ्रैंक ट्रस्ट और 135 मिलियन स्विस फ्रैंक बॉन्ड और सिक्योरिटीज के हैं।
अगर 2023 की बात करें तो भारतीयों की जमा राशि में 70% की बड़ी गिरावट देखी गई थी और यह केवल 1.04 बिलियन फ्रैंक रह गई थी, जो पिछले 4 वर्षों का सबसे निचला स्तर था। हालांकि 2006 का ऑल टाइम हाई रिकॉर्ड 6.5 बिलियन स्विस फ्रैंक अब भी काफी दूर है। SNB ने स्पष्ट किया है कि यह डेटा बैंकों की आधिकारिक रिपोर्टों पर आधारित है और इसमें कथित ब्लैक मनी या शेल कंपनियों के जरिए रखे गए पैसे की जानकारी शामिल नहीं होती। स्विस अधिकारियों का कहना है कि इन आंकड़ों को सीधे तौर पर अवैध या काले धन से जोड़ना गलत होगा।
गौरतलब है कि 2018 से भारत और स्विट्जरलैंड के बीच एक समझौते के तहत हर साल भारतीय नागरिकों के खातों और वित्तीय लेन-देन की जानकारी साझा की जा रही है। भारत को पहली बार यह डेटा सितंबर 2019 में मिला था और तब से हर साल नियमित रूप से जानकारी दी जा रही है।