
यमुनानगर:- बदमाशों की धमकी के बाद से ही शराब ठेके नहीं बिके हैं। जिसके चलते अवैध रूप से शराब की तस्करी बढ़ गई है। दो दिन में चार जगहों से पुलिस व आबकारी विभाग की टीमें अंग्रेजी व देसी शराब बरामद कर चुकी है। जिसे अवैध रूप से बेचा जाना था। एक तरफ तो विभाग को राजस्व का नुकसान है, दूसरा अवैध रूप से बिकने की वजह से मिलावटी शराब लोगों तक पहुंचने की भी आशंका है। जिसको लेकर भी विभाग की चिंता बढ़ी हुई है।
वहीं सोमवार को एक बार फिर बचे हुए 45 जोन की नीलामी होनी है। विभाग को इस बार बोली में ठेकेदारों के पहुंचने की उम्मीद है। ठेके न बिकने की वजह से जिला ड्राई जोन में है। केवल दस जोन बिके हैं। उन ठेकों से शराब काफी महंगी मिल रही है। शराब की किल्लत भी बनी हुई हैं। जिसका फायदा तस्कर उठा रहे हैं।
अवैध रूप से शराब बिक रही है। पिछले दिनों आबकारी एवं पुलिस विभाग की टीमों ने अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर शराब के साथ युवकों को पकड़ा है। देसी से लेकर अंग्रेजी शराब तक की तस्करी हो रही है। यदि ठेके नहीं बिकते हैं तो तस्करी और भी बढ़ने की संभावना है।
इन जगहों पर पकड़ी गई शराब
आबकारी निरीक्षक अनिल कुमार ने टीम के साथ मनोहर कालोनी में छापेमारी की। जहां से कल्याणनगर निवासी सुमित कुमार को चार बोतल व 12 पव्वों के साथ पकड़ा है। इसके अलावा मनोहर कालोनी से ही जितेंद्र वर्मा को अंग्रेजी शराब के 19 पव्वों के साथ पकड़ा गया है। दोनों मामलों में शहर जगाधरी थाना में केस दर्ज कराया गया है।
इसी तरह से शुक्रवार को भी आबकारी विभाग की टीम ने इंद्रावास कालोनी में ट्यूबवेल के पास से 23 बोतल व 50 पव्वे देसी शराब के बरामद किए गए। सीआईए टू की टीम ने 50 पेटी, 96 पव्वे व 11 पेटी अध्धे अंग्रेजी शराब के साथ उत्तर प्रदेश के जिला सहारनपुर के गांव टाबर निवासी श्रवण कुमार को पकड़ा है।
आबकारी विभाग की ओर से भी यही अपील की जा रही है कि वह तयशुदा दुकानों से ही शराब खरीदकर पीएं। इस तरह की तस्करी की शराब में मिलावट हो सकती है।
सोमवार को होगी ठेकों की नीलामी
आबकारी विभाग ने एल-13 देसी शराब का गोदाम महेंद्र एंड संस को दिया है, क्योंकि इस ग्रुप ने दस में से नौ जोन खरीदे हुए हैं। नियमानुसार जिस ग्रुप के पास सबसे अधिक जोन होते हैं। उसे ही गोदाम का लाइसेंस दिया जाता है। जिससे उन जोन के ठेकों पर शराब पहुंचने लगी है जो बिक चुके हैं। वहीं बचे हुए 45 जोन के लिए सोमवार को नीलामी होनी है। इन जोन का रिजर्व प्राइज 391 करोड़ 11 लाख 30 हजार रुपये रखा गया है। विभाग की ओर से सातवीं बार ठेकों की नीलामी की जा रही है। उम्मीद है कि इस बार ठेकेदार बोली लगाने के लिए पहुंचेंगे। सभी जोन बिकने के बाद शराब भी सस्ती होने की उम्मीद है, क्योंकि अभी जिन जोन में शराब ठेके खुले हैं। वहां पर ओवररेट शराब बेची जा रही है।