
चंडीगढ़: पंजाब की राजनीति में आम आदमी पार्टी (AAP) ने एक बार फिर अपनी मजबूत मौजूदगी का एहसास कराया है। लुधियाना वेस्ट विधानसभा उपचुनाव में ‘आप’ ने शानदार जीत दर्ज कर यह दिखा दिया कि राज्य की जनता का भरोसा अभी भी पार्टी पर कायम है। इस जीत ने भगवंत मान सरकार को नई ऊर्जा दी है और विपक्ष के दावों को ध्वस्त किया है। इस चुनाव आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार संजीव अरोड़ा ने 10 हजार से अधिकर वोटों से जीत हासिल की। उन्होंने बीजेपी और कांग्रेस को करारी शिकस्त दी। आम आदमी पार्टी की इस जीत में 5 बड़े कारण रहे। ये कारण इस प्रकास से हैं…
1. स्थानीय स्तर पर मजबूत पकड़ और संगठनात्मक नेटवर्क
लुधियाना वेस्ट सीट पर ‘आप’ ने लंबे समय से जमीनी स्तर पर काम किया है। पार्टी कार्यकर्ताओं ने घर-घर जाकर संपर्क अभियान चलाया, जिससे मतदाताओं से सीधा जुड़ाव बना। ‘आप’ का बूथ स्तर तक मजबूत संगठन इस जीत की रीढ़ साबित हुआ। वहीं बीजेपी और कांग्रेस इस सब में कमजोर दिखाए दिए। आप इस जीत ने पार्टी कार्यकर्ताओं का जोश हाई है। वहीं विपक्ष का खेमा हार के कारण तलाशने में जुट गए हैं।
2. सरकार की नीतियों का असर
राज्य सरकार की योजनाएं जैसे मुफ्त बिजली, शिक्षा में सुधार, मोहल्ला क्लीनिक और भ्रष्टाचार पर सख्ती लोगों को प्रभावित कर रही हैं। सरकार के कामकाज से लोग संतुष्ट नजर आए, जिसका सीधा असर वोटिंग पर पड़ा। वहीं उपचुनाव में जनता मौजूदा सरकार के विधायक को ही दोबारा मौका देना चाहती थी जिससे उनके काम आसानी से हो सके।
3. विपक्ष की कमजोर रणनीति
बीजेपी और कांग्रेस दोनों ही इस सीट पर ठोस रणनीति नहीं बना पाए। उम्मीदवारों की छवि और चुनाव प्रचार की धार कमजोर रही। नतीजा यह हुआ कि मतदाता दोनों दलों से दूर होते गए और ‘आप’ को समर्थन मिला। बीजेपी ने उम्मीदवार की घोषणा की काफी समय बाद की जिसका उसे नुकसान उठाना पड़ा।
4. स्थानीय उम्मीदवार की स्वच्छ छवि और लोकप्रियता
‘आप’ उम्मीदवार की साफ-सुथरी छवि, ईमानदारी और जनता से जुड़ाव ने उन्हें अन्य प्रत्याशियों पर भारी बना दिया। उनकी स्थानीय मुद्दों पर पकड़ और समाधान देने का वादा लोगों को भरोसेमंद लगा।
5. युवाओं और पहली बार वोट डालने वालों का समर्थनयुवाओं में ‘आप’ को लेकर उत्साह देखा गया। रोजगार, शिक्षा और पारदर्शिता जैसे मुद्दों पर ‘आप’ की नीति ने युवा वर्ग को आकर्षित किया। पहली बार वोट देने वाले मतदाताओं ने भी खुलकर पार्टी के पक्ष में मतदान किया।