
जालंधर-लुधियाना हाईवे पर बुधवार तड़के एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। गोराया के समीप डल्लेवाल गांव के सामने एक तेज रफ्तार Mahindra Pickup गाड़ी पलट गई। गाड़ी में आम लदे हुए थे और यह Saharanpur से Jalandhar की ओर जा रही थी। हादसे में क्लीनर की बाजू टूट गई, जिसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
तड़के 3:15 बजे हुआ हादसा
यह दुर्घटना बुधवार सुबह लगभग 3:15 AM पर हुई। गाड़ी तेज रफ्तार में थी और अचानक ड्राइवर को नींद लग गई। नींद के झोंके में गाड़ी असंतुलित होकर सड़क किनारे पलट गई। मौके पर मौजूद लोगों ने तुरंत Sadak Suraksha Force (SSF) को सूचना दी।
SSF की टीम ने मौके पर पहुंचकर त्वरित कार्यवाही करते हुए सेफ्टी कोन रखे, ताकि कोई दूसरा वाहन इस पलटी हुई गाड़ी से टकरा न जाए और secondary accident टाला जा सके।
ड्राइवर और क्लीनर थे सवार
हादसे के समय गाड़ी में दो लोग सवार थे—ड्राइवर सौरव, पुत्र रमेश्वर, निवासी उत्तर प्रदेश, और क्लीनर टोनी, निवासी Saharanpur। दुर्घटना में ड्राइवर को मामूली खरोंचें आईं जबकि क्लीनर टोनी की बाजू टूट गई। उसे Phagwara के Phillaur Hospital में भर्ती कराया गया है।
ASI सरबजीत सिंह ने दी जानकारी
SSF के ASI सरबजीत सिंह ने बताया कि यह पिकअप गाड़ी फलों से भरी हुई थी, खासकर आम। गाड़ी में भारी लोड था, और ड्राइवर को नींद आ जाने के कारण नियंत्रण खो बैठा। उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल गंभीर जान-माल का नुकसान नहीं हुआ है, जो राहत की बात है।
हाईवे पर कुछ देर के लिए ट्रैफिक स्लो
हादसे के बाद कुछ देर तक Jalandhar-Ludhiana Highway पर ट्रैफिक प्रभावित रहा। स्थानीय लोगों और SSF टीम की सक्रियता के चलते ट्रैफिक को कंट्रोल किया गया। सेफ्टी कोन और अलर्ट साइन के जरिए अन्य वाहन चालकों को सतर्क किया गया।
हादसे से जुड़े अहम बिंदु:
-
घटना का समय: सुबह 3:15 बजे
-
स्थान: डल्लेवाल गांव के पास, गोराया
-
वाहन: Mahindra Pickup, आम से लदी हुई
-
घायल: क्लीनर टोनी (बाजू टूटी)
-
कारण: ड्राइवर को नींद आना
-
अस्पताल: Phillaur सिविल अस्पताल
पुलिस और एसएफएफ की तत्परता से टला बड़ा हादसा
यदि समय रहते स्थानीय लोग और सड़क सुरक्षा बल सक्रिय न होते, तो हाईवे पर कोई और बड़ा हादसा हो सकता था। गाड़ी का सड़क के किनारे पलटना और उस पर आमों का बोझ गिरना, दोनों मिलकर आसपास के ट्रैफिक के लिए जोखिम बन सकते थे।
इस घटना के बाद एक बार फिर सवाल उठते हैं कि लंबी दूरी तय करने वाले कमर्शियल ड्राइवरों को पर्याप्त आराम और सुरक्षा निर्देशों के पालन की कितनी ज़रूरत है।