
मोहाली (पंजाब):
पंजाब पुलिस के बर्खास्त DSP Gursharan Singh एक बार फिर सवालों के घेरे में हैं। इस बार उनके और उनकी मां Sukhwant Kaur के खिलाफ Vigilance Bureau ने Disproportionate Assets Case दर्ज किया है। यह मामला उस समय प्रकाश में आया जब लॉरेंस बिश्नोई को पुलिस कस्टडी में मोबाइल और इंटरव्यू की सुविधा दी गई थी।
आय 26 लाख, खर्च 2.59 करोड़ — कैसे?
विजिलेंस जांच में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि साल 2021 से 2024 के बीच गुरशेर सिंह की सैलरी केवल ₹26 लाख थी, जबकि उन्होंने लगभग ₹2.59 करोड़ रुपये खर्च किए।
रिपोर्ट के अनुसार, 1 अप्रैल 2021 को DSP और उनके परिवार के पास कुल बैंक बैलेंस ₹3 लाख से कम था, जबकि उन पर ₹3.17 लाख का कर्ज भी था। लेकिन 31 मार्च 2024 तक उन्होंने ₹2.47 करोड़ की अचल संपत्तियां और ₹83 लाख का बैंक बैलेंस इकट्ठा कर लिया।
साथ ही, ₹25 लाख का बैंक लोन भी लिया गया और ₹1.81 करोड़ रुपये की रकम विभिन्न कंपनियों, फर्मों और सोसाइटियों में जमा करवाई गई। यह आंकड़े स्पष्ट रूप से Benami Transactions और Illegal Wealth Accumulation की ओर इशारा करते हैं।
विदेश भागने की आशंका, छापेमारी जारी
सूत्रों का दावा है कि गुरशेर सिंह पंजाब से बाहर निकलकर Foreign Escape कर चुके हैं। Vigilance Flying Squad (Mohali) ने उनके ठिकानों पर छापेमारी की है, लेकिन अब तक गिरफ्तारी नहीं हो सकी है।
विजिलेंस टीमें अब इंटरपोल और इमिग्रेशन विभाग से भी संपर्क कर रही हैं, ताकि Look Out Circular जारी कर उन्हें विदेश में ट्रेस किया जा सके।
Lawrence Bishnoi के इंटरव्यू से जुड़े थे DSP
यह वही गुरशेर सिंह हैं, जो Lawrence Bishnoi Interview Leak मामले में भी फंसे हुए हैं। जांच में पाया गया कि 3-4 सितंबर 2023 को लॉरेंस ने CIA Kharar Police Custody में रहते हुए इंटरव्यू दिया था, जिसमें उसने सिद्धू मूसेवाला की हत्या की जिम्मेदारी ली थी।
14 मार्च 2023 को यह इंटरव्यू प्रसारित हुआ, जिसमें लॉरेंस ने कहा कि मूसेवाला ने गैंगस्टर विक्की मिड्डूखेड़ा की हत्या में भूमिका निभाई थी, इसलिए उसने उसे मरवाया। इस इंटरव्यू ने पूरे सिस्टम पर सवाल खड़े कर दिए थे कि एक High-Risk Gangster कैसे मोबाइल और कैमरे तक पहुंच पाया?
बैरक से कॉल, मोबाइल अंदर फेंके जाते थे
लॉरेंस का दूसरा इंटरव्यू जयपुर जेल से हुआ, जिसमें उसने Cellular Footage दिखाकर दावा किया कि जेल में रहते हुए वह मोबाइल इस्तेमाल करता है। उसने बताया कि मोबाइल जेल के अंदर फेंके जाते हैं और जेल स्टाफ अक्सर उन्हें नजरअंदाज कर देता है।
यह खुलासे पंजाब के जेल प्रशासन और पुलिस विभाग की Security Vulnerabilities को उजागर करते हैं।
कई अधिकारियों पर गिरी गाज, अब हाईकोर्ट में सुनवाई
DSP गुरशेर सिंह सहित कुल 7 पुलिस अधिकारियों पर गाज गिरी थी। इनमें शामिल हैं:
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DSP Samar Vaneet
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SI Reena (CIA Kharar)
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SI Jagatpal Jangu (AGTF)
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SI Shaganjeet Singh (AGTF)
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ASI Mukhtiar Singh
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Head Constable Om Prakash
सरकार ने गुरशेर सिंह को Suspension के बाद बर्खास्त कर दिया था। अब इस बर्खास्तगी को उन्होंने Punjab & Haryana High Court में चुनौती दी है, जिसकी अगली सुनवाई 3 जुलाई 2025 को होगी।