
चंडीगढ़/पंजाब (June 2025) — आम आदमी पार्टी (AAP) के नेता संजीव अरोड़ा ने आज पंजाब विधानसभा में MLA के रूप में शपथ (Oath Ceremony) ली। यह शपथ ग्रहण समारोह चंडीगढ़ स्थित विधानसभा भवन में आयोजित किया गया, जिसमें पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और स्पीकर कुलतार सिंह संधवा भी विशेष रूप से मौजूद रहे।
यह उपचुनाव पंजाब के लुधियाना जिले की सीट पर हुआ था, जो स्व. विधायक गुरप्रीत गोगी के निधन के बाद खाली हुई थी।
🗳️ उपचुनाव में भारी जीत, कांग्रेस को दी मात
19 जून को हुए bypoll election में आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस को कड़े मुकाबले में हरा दिया। संजीव अरोड़ा ने कांग्रेस प्रत्याशी भारत भूषण आशू को 10,637 वोटों के अंतर से हराकर निर्णायक जीत दर्ज की।
यह जीत न केवल लुधियाना में AAP की पकड़ को मजबूत करती है, बल्कि पार्टी के राज्य में लगातार मजबूत होते जनाधार को भी दर्शाती है।
👨⚖️ स्पीकर संधवा ने दिलाई शपथ
आज हुए शपथ ग्रहण समारोह में पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवा ने संजीव अरोड़ा को विधायक पद की शपथ दिलाई। यह कार्यक्रम सादगीपूर्ण लेकिन गरिमापूर्ण वातावरण में संपन्न हुआ।
इस मौके पर CM भगवंत मान की उपस्थिति ने राजनीतिक रूप से इस समारोह को और अधिक अहम बना दिया।
📸 अरविंद केजरीवाल से की थी मुलाकात
शपथ ग्रहण से एक दिन पहले, संजीव अरोड़ा अपने परिवार के साथ दिल्ली पहुंचे थे, जहां उन्होंने AAP सुप्रीमो और दिल्ली CM अरविंद केजरीवाल से भेंट की।
उन्होंने अपनी इस मुलाकात की तस्वीर X (पूर्व ट्विटर) पर साझा करते हुए लिखा, “आप परिवार से जुड़कर गौरव महसूस कर रहा हूं।” इस पोस्ट ने पार्टी के कार्यकर्ताओं में उत्साह का माहौल पैदा कर दिया।
🏛️ AAP की बढ़ती ताकत
इस उपचुनाव के नतीजे ने यह स्पष्ट कर दिया कि पंजाब में AAP की पकड़ अब और मजबूत होती जा रही है। लुधियाना जैसे शहरी क्षेत्र में जीत दर्ज करना पार्टी के लिए symbolic achievement है।
CM भगवंत मान की मौजूदगी से यह भी संकेत मिला कि पार्टी, नए विधायकों को पूरी तरह से समर्थन दे रही है और जनता के बीच पार्टी की छवि को मजबूत करने की दिशा में सक्रिय है।
🔍 कौन हैं संजीव अरोड़ा?
संजीव अरोड़ा एक successful entrepreneur और सामाजिक कार्यकर्ता के रूप में पहचाने जाते हैं। वह पहले भी राज्यसभा सदस्य रह चुके हैं और अब सीधे जनता के प्रतिनिधि के तौर पर विधानसभा में अपनी भूमिका निभाएंगे।
उनकी छवि एक सुलझे हुए और जनता से जुड़े नेता की रही है। चुनाव प्रचार के दौरान उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा और स्थानीय विकास को मुख्य मुद्दा बनाया था।