
इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) ने हरियाणा में अपनी युवा टीम को और सशक्त करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। रविवार को युवा विंग के राष्ट्रीय प्रभारी करण चौटाला ने 22 जिलाध्यक्षों की सूची जारी की, जो राज्य के सभी जिलों को कवर करती है। यह सूची पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अभय सिंह चौटाला, प्रदेशाध्यक्ष रामपाल माजरा और युवा प्रकोष्ठ के अध्यक्ष अरविंद गोस्वामी से चर्चा के बाद तैयार की गई है।
करण चौटाला ने कहा कि पार्टी की विचारधारा और जनआंदोलन को गांव-गांव तक पहुंचाने का कार्य अब इन नियुक्त किए गए युवा नेताओं के कंधों पर होगा। उन्होंने युवाओं को INLD की रीढ़ बताते हुए कहा कि “जोश, मेहनत और ईमानदारी से भरे युवा ही INLD को सत्ता की ओर वापस लेकर जाएंगे।”
🔎 चयन की प्रक्रिया पर दिया गया जोर
करण चौटाला ने स्पष्ट किया कि “हर जिले से कई योग्य नाम हमारे पास आए थे। लेकिन प्रत्येक जिले से केवल एक पदाधिकारी का चयन करना हमारे लिए कठिन लेकिन ज़रूरी था। हमने ऐसे युवाओं को चुना है जिनकी जमीनी पकड़ मजबूत है और जो संगठन को सच्ची लगन से आगे ले जाने की क्षमता रखते हैं।”
📌 22 जिलाध्यक्षों की पूरी सूची
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सोनीपत – विकास मलिक
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अंबाला – गौरव
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यमुनानगर – गुरजिंदर संधू
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कुरुक्षेत्र – परदमन चहल
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करनाल – मनिंदर पूनिया
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पानीपत – अमन मांडी
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कैथल – देवेंद्र पुजारी (जिला पार्षद)
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जींद – राजेश बूरा
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भिवानी – संदीप घनघस
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हिसार – सूरज कालीरमन
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फतेहाबाद – नरेन कुमार
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सिरसा – भगवान कोटली
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रोहतक – बल्लू खेड़ीसाध
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फरीदाबाद – बॉबी डागर
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पलवल – सत्ते पहलवान
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झज्जर – अमरजीत कादयान
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दादरी – बबलू श्योरान
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महेंद्रगढ़ – दीपक यादव
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रेवाड़ी – नीरज डहीनवाल
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गुरुग्राम – गौरव भाटी
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पंचकूला – राजू मौली
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नूंह/मेवात – रियाज आलम
🎯 फोकस: युवाओं की भूमिका
करण चौटाला ने कहा, “हरियाणा के युवा बेरोजगारी, कमजोर शिक्षा व्यवस्था और सरकार की उपेक्षा से जूझ रहे हैं। INLD का युवा प्रकोष्ठ इन मुद्दों को प्रमुखता से उठाएगा और युवाओं के लिए एक वैकल्पिक राजनीतिक मंच प्रदान करेगा।”
उन्होंने कहा कि पार्टी अब गांव स्तर तक मजबूत संगठन खड़ा करेगी। युवा जिलाध्यक्षों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे अपने-अपने जिलों में वार्ड और गांव स्तर पर बूथ संरचना तैयार करें।
🧭 राजनीतिक समीकरणों पर असर
INLD का यह निर्णय ऐसे समय पर आया है जब हरियाणा में 2024-25 में विधानसभा चुनावों की सुगबुगाहट तेज़ है। बीजेपी और कांग्रेस के खिलाफ खुद को तीसरे विकल्प के रूप में पेश करने के लिए INLD संगठन को मजबूती देना चाहती है। युवा विंग का यह पुनर्गठन उसी रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है।
🛠️ आगे की रणनीति
युवा विंग के ये नए जिलाध्यक्ष अपने-अपने क्षेत्र में संगठनात्मक ढांचे को दुरुस्त करेंगे, युवा संवाद सम्मेलन और रोजगार के मुद्दों पर जनजागरण अभियान चलाएंगे। पार्टी का उद्देश्य है कि युवा एकजुट हों और हरियाणा में INLD की वापसी सुनिश्चित करें।
🔚 निष्कर्ष
INLD ने हरियाणा की राजनीति में एक बार फिर खुद को मजबूत करने की दिशा में बड़ा कदम उठाया है। युवा विंग के इन नए नेतृत्वकर्ताओं से पार्टी को नई ऊर्जा और दिशा मिलने की उम्मीद की जा रही है। अब देखना यह है कि ये नेता पार्टी को किस ऊंचाई तक ले जा पाते हैं और विपक्ष की राजनीति में कितनी हलचल मचा पाते हैं।