
जालंधर (पंजाब):
पंजाब के जालंधर जिले के आदमपुर कस्बे में उस वक्त हड़कंप मच गया जब आधी रात को अज्ञात हमलावरों ने एक घर पर पेट्रोल बम हमला कर दिया। यह सनसनीखेज वारदात रविवार रात करीब 12 बजे गांधी नगर मोहल्ले में हुई। घटना CCTV कैमरे में रिकॉर्ड हो गई है, जिसमें तीन युवक बाइकों पर सवार होकर आते दिखे और पेट्रोल से भरी बोतलें घर पर फेंककर फरार हो जाते हैं।
इस हमले में कोई जानी नुकसान नहीं हुआ, लेकिन घर के गेट और परिसर को काफी क्षति पहुंची है। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
🔴 रात के सन्नाटे में आग और धमाका
घटना के समय घर के मालिक हंसराज अपनी पत्नी परमिंदर कौर और छोटे बेटे सुमित कुमार के साथ सो रहे थे। सुबह जब वे उठे तो देखा कि मुख्य गेट जला हुआ था और घर के भीतर कांच के टुकड़े बिखरे पड़े थे। उन्होंने तुरंत Adampur Police Station को सूचना दी।
🔴 विदेश में रहते हैं बेटा-बेटी, घर में CCTV लगा था
परमिंदर कौर ने बताया कि उनके बड़े बेटे और बेटी विदेश (abroad) में रहते हैं और वे दोनों पति-पत्नी सुमित के साथ उसी घर में रहते हैं। घर में CCTV surveillance system लगा हुआ था, जिसे पुलिस ने जांच के लिए खंगाला।
वीडियो फुटेज में देखा गया कि तीन युवक एक मोटरसाइकिल पर सवार होकर आए, एक ने गेट की ओर petrol-filled bottle फेंकी, जिससे आग लग गई और फिर वह तेजी से भाग गए। पुलिस ने फुटेज को अपने कब्जे में लेकर आरोपियों की पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी है।
🔴 पुलिस का बयान: जल्द होगी गिरफ्तारी
थाना आदमपुर के एसएचओ हरदेव प्रीत सिंह ने मीडिया को जानकारी दी कि इस मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। उन्होंने कहा, “हम जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार कर लेंगे। FIR दर्ज की जा चुकी है और तकनीकी सबूतों के आधार पर आगे की कार्रवाई तेज़ी से चल रही है।”
🔴 इलाके में दहशत का माहौल, गैंग एंगल से भी इनकार नहीं
स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद भय और असुरक्षा का माहौल है। कई लोगों ने इसे गैंगस्टर नेटवर्क, पुरानी रंजिश या extortion threats से भी जोड़कर देखा है। हालांकि पुलिस ने फिलहाल किसी भी angle से इनकार नहीं किया है।
पंजाब में हाल के वर्षों में बढ़ते petrol bomb attacks, targeted arson, और gang-linked threats की संख्या में इज़ाफ़ा हुआ है। इससे पहले भी लुधियाना और पटियाला में ऐसी घटनाएं सामने आ चुकी हैं।
🔴 क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
क्राइम एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस तरह की घटनाएं अब organised attacks का हिस्सा बन रही हैं, जिनका मकसद या तो धमकाना, वसूली करना या पुराने झगड़े का बदला लेना हो सकता है। CCTV और digital surveillance की मदद से ऐसी घटनाओं की जांच में तेजी आती है, लेकिन preventive action की कमी भी उजागर होती है।