
मानसून ने पकड़ी रफ्तार: पंजाब में भारी बारिश का अलर्ट, 19 जिलों में चेतावनी जारी
पंजाब में monsoon अब रफ्तार पकड़ चुका है। बीते दो दिनों से लगातार बारिश ने पूरे प्रदेश में मौसम का मिजाज ही बदल दिया है। Temperature में गिरावट दर्ज की गई है, जिससे आम जनजीवन को गर्मी से थोड़ी राहत जरूर मिली है, लेकिन अब मौसम विभाग ने एक बड़ी चेतावनी जारी कर दी है।
आज यानी गुरुवार को पंजाब के कई जिलों में भारी बारिश (Heavy Rain) और गरज-तूफान (Thunderstorm) की संभावना जताई गई है। इसी को देखते हुए Indian Meteorological Department (IMD) ने चंडीगढ़ के लिए Orange Alert और पंजाब के 19 जिलों के लिए Yellow Alert जारी किया है।
कौन-कौन से जिलों में Alert?
मौसम विज्ञान केंद्र, चंडीगढ़ से मिली जानकारी के अनुसार, मानसा, बरनाला, पटियाला, मोहाली, फतेहगढ़ साहिब, बठिंडा, श्री मुक्तसर साहिब, फरीदकोट, तरनतारन, फाजिल्का, चंडीगढ़, मोगा, फिरोजपुर, जालंधर, कपूरथला, अमृतसर, गुरदासपुर, होशियारपुर और पठानकोट में सुबह 9:30 बजे तक के लिए Flash Alert जारी किया गया है।
इसके साथ ही नवांशहर (SBS Nagar), रूपनगर (Ropar), लुधियाना, संगरूर सहित कुल 19 जिलों में बारिश को लेकर यलो अलर्ट लगाया गया है। इन जिलों में storm with lightning, strong winds और तेज बारिश की पूरी संभावना जताई गई है।
Orange और Yellow Alert का मतलब क्या है?
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Orange Alert का मतलब है – “Be Prepared” यानी प्रशासन और नागरिकों को पूरी सतर्कता बरतनी चाहिए। यह चेतावनी गंभीर मौसम स्थितियों की ओर संकेत करती है।
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Yellow Alert का अर्थ है – “Be Aware” यानी हल्की से मध्यम बारिश, आंधी या बिजली गिरने की संभावना रहती है। ऐसे में लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जाती है।
क्या है मौसम विभाग की सलाह?
मौसम विभाग ने साफ तौर पर कहा है कि लोग बिना ज़रूरत घरों से बाहर न निकलें, खासकर उन इलाकों में जहाँ waterlogging की संभावना बनी हुई है। Urban areas में निचले इलाकों में पानी भर सकता है, जिससे यातायात बाधित हो सकता है।
इसके अलावा, आकाशीय बिजली गिरने की घटनाओं से बचाव के लिए खुले मैदान, खेत या पेड़ के नीचे खड़े होने से बचने की सलाह दी गई है। ग्रामीण इलाकों में बिजली के खंभों और ट्रांसफॉर्मर से दूरी बनाए रखें।
आने वाले 5 दिन कैसे रहेंगे?
हालांकि आज बारिश का अलर्ट जारी है, लेकिन Punjab weather forecast के अनुसार, अगले 5 दिनों में मौसम शुष्क रहेगा। यानी 11 से 15 जुलाई तक किसी भी बड़े rain activity की संभावना नहीं है।
हालांकि बारिश रुकने के बाद Humidity (नमी) बढ़ने की वजह से उमस भरी गर्मी लोगों को परेशान कर सकती है। खासकर central Punjab के इलाकों – लुधियाना, पटियाला, संगरूर, और बरनाला में पसीना छुड़ाने वाली गर्मी का दौर शुरू हो सकता है।
किसानों के लिए भी अलर्ट
पंजाब एक कृषि प्रधान राज्य है, ऐसे में किसानों के लिए ये बारिश राहत और नुकसान दोनों का कारण बन सकती है।
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जिन क्षेत्रों में फसल की बुवाई हो चुकी है, वहां भारी बारिश से Waterlogging का खतरा है।
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मौसम विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि किसान फसलों को बारिश से बचाने के लिए आवश्यक इंतज़ाम करें, जैसे drainage management।
प्रशासनिक तैयारी
पंजाब सरकार ने जिला स्तर पर Disaster Response Teams को अलर्ट कर दिया है। NDRF और SDRF को संवेदनशील इलाकों में स्टैंडबाय पर रखा गया है। Municipal bodies को शहरों में ड्रेनेज क्लीनिंग और ट्रैफिक व्यवस्था सुधारने के निर्देश दिए गए हैं।
Conclusion:
मानसून की सक्रियता से एक ओर जहां लोगों को गर्मी से राहत मिली है, वहीं भारी बारिश और तूफानी हवाओं की संभावना ने चिंता भी बढ़ा दी है। प्रशासन से लेकर आम नागरिकों तक सभी को चाहिए कि वह मौसम विभाग की चेतावनियों का पालन करें, और आवश्यक सतर्कता बरतें।
अभी के लिए मौसम के बदले मिजाज को लेकर सावधानी ही सबसे बड़ी सुरक्षा है। अपडेटेड रहने के लिए official IMD app, Punjab Weather Portals या स्थानीय समाचार माध्यमों पर नजर बनाए रखें।