
📍चंडीगढ़ | रिपोर्टर डेस्क
Punjab Vidhan Sabha का मानसून सत्र एक बार फिर तीखी राजनीतिक बयानबाज़ी और हंगामे की भेंट चढ़ गया। जैसे ही मुख्यमंत्री Bhagwant Mann ने अपना भाषण शुरू किया, Leader of Opposition प्रताप सिंह बाजवा (Pratap Singh Bajwa) और कांग्रेस विधायकों ने शोरशराबा शुरू कर दिया।
लेकिन मुख्यमंत्री मान ने भी अपने चिर-परिचित अंदाज़ में पलटवार किया। उन्होंने बाजवा पर तंज कसते हुए कहा:
“बाजवा साहिब ने जिस education system से पढ़ाई की है, उसमें शायद Punjabi की कहावतें नहीं सिखाई जातीं, इसलिए उन्हें समझ नहीं आतीं।”
मुख्यमंत्री का यह बयान सुनते ही कांग्रेस विधायक आक्रोशित हो उठे और सदन में हंगामा बढ़ गया।
🗣️ “अब आपकी वजह से कहावतें नहीं बदलेंगी”: CM Mann
सीएम मान ने अपने भाषण में आगे कहा,
“आप हर बात को धर्म से क्यों जोड़ते हैं? सदन में मुद्दों की बात होनी चाहिए, न कि religious polarization की।”
उन्होंने प्रताप बाजवा को सीधा नसीहत दी:
“Next time सदन में आने से पहले थोड़ा पंजाबी पढ़कर आना, शायद कहावतें समझ में आ जाएं। अब आपकी वजह से सदियों पुरानी कहावतें तो बदली नहीं जाएंगी।”
इस कटाक्ष से कांग्रेस खेमे में और भी गुस्सा फूट पड़ा।
🏛️ हंगामे के बीच ‘बाहर निकालने’ की बात पर बढ़ा तनाव
मुख्यमंत्री द्वारा यह कहे जाने पर कि “अगर बाजवा साहिब को बात सुननी नहीं है तो वो सदन से बाहर चले जाएं,” तो प्रताप बाजवा ने इसका तीखा विरोध किया और कहा:
“You can’t throw us out forcefully. यह सदन है, आपकी personal property नहीं।”
बाजवा के इस कड़े प्रतिवाद के बाद माहौल और गर्मा गया, और स्पीकर को स्थिति संभालने में काफी मशक्कत करनी पड़ी।
🔍 पंजाबी बनाम हिंदी-धर्म एंगल पर बहस तेज
इस पूरे घटनाक्रम के दौरान एक बार फिर सदन में भाषा और धर्म से जुड़ी सियासत उभर कर सामने आई। मुख्यमंत्री मान ने साफ तौर पर कहा कि विपक्ष बार-बार हर मुद्दे को धर्म से जोड़ने की कोशिश करता है, जो कि लोकतांत्रिक प्रक्रिया के लिए खतरा है।
उन्होंने कहा:
“Punjab की politics को progressive बनाना है, backward नहीं। यहां governance की बात होनी चाहिए, न कि symbolic धार्मिक विरोध की।”
📹 सदन में वीडियो रिकॉर्डिंग वायरल, सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
CM Bhagwant Mann और प्रताप बाजवा के इस टकराव का वीडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब पर कई users ने मुख्यमंत्री की स्पॉन्टेनिटी की तारीफ की, तो वहीं कुछ ने इसे सदन की गरिमा के खिलाफ बताया।
X (पूर्व ट्विटर) पर #BhagwantMann #PratapBajwa और #PunjabAssembly टॉप ट्रेंड कर रहे हैं।
📊 राजनीतिक विश्लेषण: क्यों बढ़ती है CM Mann Vs Bajwa की टकराव की लकीर?
विशेषज्ञ मानते हैं कि मुख्यमंत्री भगवंत मान और प्रताप बाजवा के बीच टकराव केवल व्यक्तिगत बयानबाज़ी तक सीमित नहीं है, बल्कि ये 2027 विधानसभा चुनाव की नींव में बिछ रही रणनीतिक रेखाएं हैं।
AAP सरकार की aggressive governance style और कांग्रेस के traditional विरोध के मॉडल के बीच यह संघर्ष अब सत्र-दर-सत्र तेज़ होता जा रहा है।