
हरियाणा के गुरुग्राम में बिल्डर बाप दीपक यादव ने इंटरनेशनल टेनिस प्लेयर बेटी राधिका यादव का मर्डर पूरी प्लानिंग के साथ किया था। वह करीब 15 दिन से इसकी योजना बना रहा था। यह मौका उसे गुरुवार (10 जुलाई) को मिला।
दीपक यादव रोजाना खुद दूध लेने के लिए जाता था। मगर, कत्ल वाले दिन उसने बेटे धीरज को दूध लेने भेज दिया। उसकी योजना थी कि बेटा उसकी प्लानिंग में कोई अड़ंगा न बने, इसलिए बहाने से उसे घर से बाहर भेज दिया।
इस मामले में अब और भी कई खुलासे हो रहे हैं। राधिका की हत्या का मामला अब राधिका के अफेयर से जुड़ता जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक वजीराबाद में दीपक के पड़ोसियों ने बताया कि राधिका इंटरकास्ट मैरिज करना चाहती थी।
हालांकि पिता पुराने ख्यालों का था। किसी दूसरी जाति में शादी के लिए वह राजी नहीं था। वह इससे नाखुश रहने लगा था। उसे यह भी शक था कि इंस्टाग्राम के जरिए ही राधिका किसी से जुड़ी थी।
इसी वजह से घर में विवाद रहता था। जिसकी वजह से राधिका घर छोड़ना चाहती थी। इस मामले में बेंगलुरु के एक कोच के साथ राधिका की चैट भी सामने आई है। इस चैट में राधिका उनसे घर से किसी भी तरह निकलने की बात कर रही है। वह विदेश जाने को लेकर भी डिस्कस कर रही है।
आरोपी पिता को शुक्रवार को एक दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा गया था। आज दोबारा कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।
परिचित से बोला आरोपी- मैंने पाप किया है
वहीं एक परिचित ने मीडिया से बातचीत में दावा किया कि वह कस्टडी के बाद दीपक से मिला। उसने कहा कि मैंने पाप किया है। बेटी मेरी इज्जत थी लेकिन समाज की बातें मेरे लिए जहर बन गईं थीं।
गुरुग्राम पुलिस के प्रवक्ता संदीप कुमार ने पुष्टि की कि पूछताछ के दौरान आरोपी ने कबूला कि उसने कत्ल के लिए योजना बनाई थी। इसीलिए बेटे को बाहर भेजा। फिर किचन में खाना बना रही बेटी को गोली मार दी। बाकी बातों को लेकर उन्होंने कहा कि अभी पुलिस के पास एकेडमी के विवाद का एंगल आया है। डिटेल्ड इन्वेस्टिगेशन जारी है।
ग्राउंडमैन को वॉट्सऐप पर मैसेज किया था- मैं कल आऊंगी
वहीं, एकेडमी के ग्राउंडमैन संदीप ने बताया कि मर्डर से पहले राधिका ने उनसे नॉर्मल तरीके से बातचीत की थी। ऐसा कहीं लग नहीं रहा था कि कोई ऐसी घटना हो सकती है। राधिका ने वॉट्सऐप पर अंतिम मैसेज में लिखा था- मैं कल आऊंगी।
राधिका जिंदा न बच पाए, इसलिए करीब जाकर मारी थीं गोलियां
पुलिस जांच में यह भी खुलासा हुआ कि दीपक किसी भी तरह यह नहीं चाहता था कि राधिका किसी के आने तक जिंदा बच सके। इसलिए उसने करीब से जाकर उसे गोलियां मारीं। पोस्टमॉर्टम करने वाले बोर्ड में शामिल डॉक्टर ने भी इसकी पुष्टि की।
डॉक्टर ने कहा
राधिका को गोलियां करीब से मारी गई थी। एक गोली ने उसके दिल को पूरी तरह डैमेज कर दिया था, जबकि 2 गोलियों से आंत पूरी तरह फट गई। खून ज्यादा बहने की वजह से करीब आधे घंटे में ही उसकी मौत हो गई।
इसके अलावा पुलिस को अभी भी पिता दीपक की उस थ्योरी पर शक है, जिसमें उसने कहा है कि समाज के तानों से परेशान होकर उसने बेटी की हत्या की।
राधिका के फिजियोथेरेपिस्ट रहे डॉ. मनोज डीएम ने कहा वह खेल में बड़ा नाम कमाना चाहती थी। विंबलडन खेलना उसका सपना था।
अब पढ़िए राधिका यादव की मौत कैसे हुई…
घर में लाइसेंसी रिवॉल्वर से मारी गोलियां: पोस्टमॉर्टम करने वाले बोर्ड में शामिल डॉक्टर्स से दैनिक भास्कर ने राधिका मर्डर केस के बारे में बात की। डॉक्टर्स ने बताया कि राधिका को पॉइंट 32 कैलिबर की रिवॉल्वर की चार गोलियां लगी थीं। इनमें एक गोली उसके कंधे में लगी थी, जिससे ज्यादा डैमेज नहीं हुआ। एक गोली ने उसकी दिल को पूरी तरह डैमेज कर दिया था, जबकि दो गोलियां से उसकी आंतें फट गई थी। डॉक्टर्स के मुताबिक, यह दूरी करीब 5 से 10 फुट के बीच हो सकती है। बाकी डिटेल रिपोर्ट फोरेंसिक लैब से आएगी।
डॉक्टर्स ने गोली मारने के भी 2 तरीके बताए: डॉक्टर्स ने गोली मारने के भी दो तरीके बताए। पहला यह कि आरोपी ने रसोई में खाना बनाते समय पहले राधिका पर रिवॉल्वर से गोली चलाई, जो उसके कंधे में जाकर लगी। इसके बाद बचने के लिए राधिका भागी, लेकिन रसोई में कम जगह होने की वजह से ज्यादा दूर नहीं जा सकती थी। इसके बाद पिता ने उसे 3 और गोलियां मारीं। दूसरा यह है कि पहले दीपक ने रसोई में जाते ही राधिका को ताबड़तोड़ 3 गोलियां मारीं। गोली लगने से वह नीचे गिर गई। इसके बाद एक गोली उसने फिर चलाई, जो उसके कंधे में लगी।
आधे घंटे में ही हो गई थी राधिका की मौत: डॉक्टर्स के मुताबिक, 4 गोलियां लगने से राधिका रसोई में ही गिर गई थी। दिल और आंत भी डैमेज हो चुके थे। लगातार उसका खून बह रहा था और ज्यादा खून बह जाने से राधिका की मौत हुई। 10 से 30 मिनट में ही उसकी सांसें थम चुकी थीं। पुलिस के मुताबिक, दीपक ने करीब साढ़े दस बजे राधिका को गोली मारी थी। पुलिस को इस मामले की सूचना करीब साढ़े 11 बजे, यानी एक घंटे बाद मिली। तब तक परिवार के लोग राधिका को एशिया मैरिंगो अस्पताल में ले जा चुके थे, जहां डॉक्टरों से उसे मृत घोषित कर दिया था।