
वाराणसी। शनिवार सुबह वाराणसी कैंट स्टेशन की वाशिंग लाइन पर खड़ी साबरमती बीजी-वाराणसी एक्सप्रेस के एक एसी कोच में आग लग गई। आग सुबह करीब 8:05 बजे लगी। रेलवे कर्मचारियों ने समय पर पहुंचकर आग पर काबू पा लिया। इस घटना में कोच के अंदर रखी चादर, तकिए और तार जल गए और कोच की छत को भी नुकसान हुआ।
कब और कैसे लगी आग?
ट्रेन नंबर 20963 साबरमती बीजी-वाराणसी एक्सप्रेस शनिवार सुबह 5:55 बजे वाराणसी कैंट स्टेशन पर पहुंची थी। यात्रियों के उतरने के बाद ट्रेन को लॉक करके मेंटेनेंस के लिए वाशिंग लाइन पर भेज दिया गया। वाशिंग लाइन की पिट नंबर-2 पर खड़े बी-4 कोच से सुबह 8:05 बजे अचानक फायर अलार्म बजने लगा।
कर्मचारियों ने देखा धुआं
अलार्म बजने पर कर्मचारी तुरंत मौके पर पहुंचे। उन्होंने देखा कि बी-4 कोच के फायर डिटेक्टर सिस्टम से धुआं निकल रहा था। कर्मचारियों ने तुरंत आग बुझाने के उपकरण से आग पर काबू पाया। जब कोच के अंदर जाकर जांच की गई तो पता चला कि वहां की चादरें, तकिए और कुछ तार जल चुके थे। कोच के फायर सिस्टम की केबल भी आग में जल गई थी।
कौन-कौन मौके पर पहुंचे?
घटना की जानकारी मिलते ही रेलवे के विद्युत विभाग, कैरेज एंड वैगन विभाग के कर्मचारी और आरपीएफ के जवान भी मौके पर पहुंच गए। उन्होंने जांच में मदद की और सुनिश्चित किया कि आग पूरी तरह बुझ चुकी है।
कोच अटेंडेंट ने क्या बताया?
कोच अटेंडेंट ने बताया कि बी-4 कोच बंद था, क्योंकि थोड़ी देर पहले उन्होंने उस कोच का काम पूरा करके उसे बंद कर दिया था और बी-5 कोच के पास चले गए थे। जब फायर अलार्म बजा, तो वे बी-3 कोच के अटेंडेंट के साथ वापस बी-4 कोच में पहुंचे। वहां देखा कि धुआं उठ रहा था।
आग लगने की वजह क्या मानी जा रही है?
जांच के शुरुआती अनुमान के मुताबिक, आग कोच के फायर डिटेक्टर सिस्टम में शॉर्ट सर्किट के कारण लगी। पूरी जांच के बाद ही सही वजह का पता चलेगा।