
Aadhaar Card Address Update : आधार कार्ड भारत का एक बहुत ज़रूरी पहचान पत्र है। इसमें आपका नाम, मोबाइल नंबर, जेंडर (लिंग), जन्मतिथि और पता जैसी जानकारी होती है। अगर इनमें से कोई भी जानकारी बदल जाती है, तो आपको अपने आधार कार्ड में भी उसे अपडेट करना होता है। कई लोगों को ये समझ नहीं आता कि आधार में पता (एड्रेस) कितनी बार बदला जा सकता है? क्योंकि भारत में बहुत से लोग किराए पर रहते हैं और उन्हें हर साल या दो साल में घर बदलना पड़ता है। आइए इसे आसान भाषा में समझते हैं।
कितनी बार आधार कार्ड में एड्रेस बदल सकते हैं?
अच्छी बात ये है कि आधार कार्ड में एड्रेस बदलने की कोई सीमा (Limit) नहीं है। यानी आप जितनी बार चाहें अपना एड्रेस अपडेट कर सकते हैं। अगर आप हर साल घर बदलते हैं, तो हर बार आधार में नया पता दर्ज कर सकते हैं।
आधार में बाकी जानकारी कितनी बार बदली जा सकती है?
- नाम – 2 बार बदला जा सकता है
- जन्मतिथि (Date of Birth) – 1 बार बदली जा सकती है
- जेंडर (Gender) – 1 बार बदला जा सकता है
- मोबाइल नंबर और ईमेल आईडी – इन दोनों को जितनी बार चाहें, बदल सकते हैं।
6 आसान स्टेप्स में एड्रेस अपडेट करें
- UIDAI की आधिकारिक वेबसाइट uidai.gov.in पर जाएं।
- वहां पर Aadhaar Self Service Update Portal (SSUP) पर क्लिक करें।
- अपना आधार नंबर डालकर और OTP (जो आपके मोबाइल पर आएगा) डालकर लॉगिन करें।
- वहां से एड्रेस अपडेट का विकल्प चुनें।
- नया एड्रेस भरें और एड्रेस प्रूफ का डॉक्यूमेंट अपलोड करें।
- सबमिट कर दें।
एड्रेस अपडेट के लिए कौन-कौन से दस्तावेज़ चाहिए?
एड्रेस बदलने के लिए आपको एड्रेस प्रूफ की जरूरत होती है। जैसे बिजली का बिल, पानी का बिल, बैंक स्टेटमेंट, किरायानामा (Rent Agreement), पासपोर्ट आदि। इसके अलावा पहचान के लिए आपका कोई भी Identity Proof भी काम आ सकता है।
कितना शुल्क लगता है?
-ऑनलाइन या ऑफलाइन, दोनों तरीकों से एड्रेस बदलने पर आपको करीब 50 रुपये का शुल्क देना पड़ता है।
ध्यान देने वाली बातें
- एड्रेस जितनी बार चाहें, बदल सकते हैं।
- बाकी जानकारियों (नाम, जन्मतिथि, जेंडर) की लिमिट तय है।
- मोबाइल और ईमेल कितनी भी बार बदले जा सकते हैं।
- हर बार सही दस्तावेज़ ज़रूर लगाएं।