
जालंधर के भार्गव कैंप में हुए वरुण हत्याकांड को लेकर नाराज पीड़ित परिवार ने रविवार को श्री गुरु रविदास चौक पर धरना प्रदर्शन किया। परिजनों ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही के आरोप लगाए और कहा कि मुख्य आरोपी सोनू पंडित और शिवा अब भी खुलेआम घूम रहे हैं, लेकिन पुलिस उन्हें पकड़ने में नाकाम साबित हो रही है।
धरने के दौरान वरुण के परिवार ने बताया कि कुछ बदमाशों ने नशे की हालत में चाकू से हमला कर उनके बेटे की हत्या कर दी थी। हमले में वरुण की मौत हो गई, जबकि लोकेश और विशाल गंभीर रूप से घायल हुए थे। लोकेश को 100 और विशाल को 35 टांके आए। इसके बावजूद पुलिस ने दो आरोपियों की गिरफ्तारी के बाद केस को ठंडे बस्ते में डाल दिया और मुख्य आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की।
परिजनों ने कहा कि उन्होंने कई बार पुलिस अधिकारियों से गुहार लगाई, लेकिन हर बार सिर्फ आश्वासन ही मिला। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस अभी तक नशा सप्लाई करने वालों तक नहीं पहुंच पाई, जबकि रिमांड में आरोपियों ने कबूला था कि वारदात से पहले उन्होंने नशीला पदार्थ खाया था।
धरना स्थल पर भार्गव थाने के वरिष्ठ अधिकारी भी पहुंचे और परिजनों को जल्द कार्रवाई का भरोसा दिलाया। हालांकि परिवार का कहना है कि दो दिन पहले उन्होंने अंतिम चेतावनी दी थी, लेकिन जब कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया तो उन्हें सड़कों पर उतरना पड़ा। परिजनों ने साफ किया कि जब तक दोषियों की गिरफ्तारी नहीं होती और नशा तस्करों को नामजद नहीं किया जाता, उनका संघर्ष जारी रहेगा।